


बीकानेर। बीएसएनएल कर्मचारीेयों व अधिकारीयों के सयुंक्त मंच एयूएबी ,नयी दिल्ली के राष्ट्रीय आहवान के तहत एक अक्टूबर को बीएसएनएल के स्थापना दिवस को केन्द्र सरकार की बीएसएनएल विरोधी नीतिओ के कारण विरोध दिवस के रुप मे मनाया तथा काले बैज पहनकर अपना रोष व्यक्त किया तथा एक दिन की भूख हड़ताल रखी।
एयूएबी के जिला प्रवक्ता ताहिर हुसैन ने बताया कि एयूएबी द्वारा 07.09.2020 को नयी दिल्ली में सम्पन्न अपनी मीटिंग में सर्वानुमति से आज काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था जिससे कि सरकार द्वारा बीएसएनएल की 4जी सेवाओं में निर्मित बाधाओं की वजह से बीएसएनएल और कर्मचारियों के दिन प्रतिदिन अंधकारमय होते जा रहे भविष्य और परिणामस्वरूप कंपनी के भविष्य को होने वाली अपूरणीय क्षति की ओर सरकार और आम जनता का ध्यान आकर्षित किया जा सके।काला दिवस के दौरान भोजनावकाश में पब्लिक पार्क स्थित महाप्रबन्धक कार्यालय के गेट पर एक कोविड 19 के तहत जारी एडवायजरी की पालना करते हुए एक सभा का आयोजन किया। सभा को सम्बोधित करते हुए एयूएबी जिला संयोजक गुलाम हुसैन ने कहा कि जो विभाग सदैव उच्च कोटि का राजस्व देता था,उसी विभाग की आज केन्द्र सरकार ने पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की नीति ने बदतर हालत कर दी है। कर्मचारियों की छंटनी करने के उपरान्त भी केन्द्र सरकार बीएसएनएल को बबार्द करने के बहाने ढूंढ रही है जोकि अब बर्दाशत से बाहर है। एयूएबी,बीकानेर के जिला अध्यक्ष उम्मेद सिंह राठौड ने कहां कि बीएसएनएल के पास वर्तमान मे 49,300 4 जी बीटीएस है तथा चरणबद्व मे 15000 4जी बीटीएस बीएसएनएल और खरीद कर बेहतर सेवा दे सकता है। लेकिन सरकार बीएसएनएल को 4जी सेवायें नही देकर निजी कमपनियों को फायदा पहुचाने मे लगी हुई है जोकि शर्म की बात है।एसएनईए के जिला सचिव महेश व्यास ने कहां कि जब जब देष मे तुफान,बाढ आदि आपदाएं आई,बीएसएनएल हमेषा लोगो की सहायता के लिए तत्पर रहा है, जबकि निजी कम्पनियां ऐसे समय मे अपनी सेवायें बन्द कर देती है फिर भी इसे नयी तकनीक से अलग रखना समझ से परे है। प्रदर्शन में एयूएबी जिला प्रवक्ता ताहिर हुसैन, बीएसएनएलईयू के महावीर सिंह, इन्द सिंह, ओपी भार्गव, मौ हनीफ,मारुफ खान, मुन्ना यादव, भाग्यवती व्यास, चित्रा स्वामी, लालचन्द समेत कई कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे। प्रवक्ता ताहिर हुसैन ने बताया कि सभा स्थल पर संचारकर्मियों ने केन्द्र सरकार मुर्दाबाद, संचार मंत्री मुर्दाबाद, कर्मचारी अधिकारी एकता जिन्दाबाद आदि नारे लगाकर अपना रोष व्यक्त किया।