


बीकानेर। ओएनजीसी बीकानेर जिले के 2118.83 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में तेल और प्राकृतिक गैस की खोज करेगी। इसके लिए ओएनजीसी को पिछले दिनों ही 3 साल के लिए ब्लॉक आवंटित किया गया है। केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की अनुशंषा पर यह लाइसेंस जारी किया गया है। ओएनजीसी इस क्षेत्र में कू्रड ऑयल एवं प्राकृतिक गैस की खोज पर फेज मेनर में करीब 74 करोड़ रु. का निवेश करेगी। इससे 150 से 200 लोगों को प्रत्यक्ष और 500 से 700 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही उत्पादन आरंभ होने पर कू्रड ऑयल के उत्पादन पर 12.5 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस के उत्पादन पर 10 प्रतिशत की दर से प्रदेश को राजस्व प्राप्ति होगी। ओएनजीसी द्वारा जैसलमेर बेसिन में पहले से ही खोज व खनन किया जा रहा है।
जैसलमेर में उत्पादन कार्य शुरू करने के निर्देश
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि वेदांता द्वारा इस क्षेत्र में 3 कुओं की खुदाई कर खोज व उत्पादन कार्य किया जायेगा। एक कुएं की एक हजार मीटर गहराई तक खुदाई की जा सकेगी। जियो फिजिकल 2 डी व 3 डी सर्वे में 2 डायमेंशन में 100 लाइन किलोमीटर व 3 डायमेंशन में 300 लाइन किलोमीटर में सर्वे किया जा सकेगा। इसके साथ ही ओएनजीसी के जैसलमेर क्षेत्र के कुओं में उत्पादन कार्य पुन: शुरु करने के निर्देश दिए हैं।
जैसलमेर क्षेत्र के 32 कुओं में गैस
ओएनजीसी के गु्रप महाप्रबंधक रजत बसु ने बताया कि ओएनजीसी राजस्थान में विगत 65 वर्षों से खोज कार्य में लगी हुई है। ओएनजीसी 5 माइनिंग लीज पर कार्य कर रही है। ओएनजीसी ने जैसलमेर क्षेत्र में 87 कुओं की खुदाई की है। उनमें से 32 कुओं में गैस है। वर्तमान में तकनीकी कारणों से उत्पादन कार्य बाधित है। करीब 45 किलोमीटर की गैस पाइपलाइन और गैस शुद्धीकरण संयत्र का कार्य चल रहा है। उसे 2021 में पूरा कर लिया जाएगा। पुरानी फील्ड में गैस का पुन: उत्पादन और नए क्षेत्रों में गैस का उत्पादन 2022 तक शुरु हो जाएगा।