ला नीना कमजोर पड़ने से इस बार कड़ाके की सर्दी

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नई दिल्ली। मौसम विभाग ने इस साल ज्यादा सर्दी पड़ने का अनुमान जताया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक, ला नीना के प्रभाव के कारण इस साल कड़ाके की ठंड पड़ेगी। अगर आप शीत लहर की स्थिति के लिए बड़े पैमाने पर कारक को देखते हैं तो ला नीना और अल नीनो की परिस्थितियां इसमें बड़ी अहम भूमिका निभाती हैं। ला नीना के कमजोर पड़ने से पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा ठंड पड़ने की संभावना है।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की ओर से आयोजित वेबिनार में बोलते हुए महापात्रा ने कहा कि ‘राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में शीतलहर के चलते सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। शीतलहर के लिए ला नीना की परिस्थितियां बेहद अनुकूल होती हैं।’
वहीं, अल नीनो के चलते शीतलहर में कमी आती है। ला नीना और अल नीनो का भारतीय मानसून पर भी प्रभाव पड़ता है। महापात्रा ने कहा कि ‘आईएमडी हर साल नवंबर में सर्दियों का पूर्वानुमान जारी करता है, जिससे दिसंबर से फरवरी तक चलने वाले सीजन की गंभीरता का अनुमान मिलता है।’

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