


भगवती लाल गहलोत
उदयपुर। विवेकानंद केंद्र विद्यालय ऋषभदेव के सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी के विद्यार्थियों का क्षेत्र के चर्चित एवं महान शख्सियत मेवाड़ महाराणा के राजकुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के साथ लाइव इंटरेक्शन कार्यक्रम का आयोजन सोशल प्लेटफॉर्म जूम पर आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत में मानसी पंड्या एवं झील जैन ने राजस्थानी लोक नृत्य ‘घूमरÓ के नृत्य किया। कार्यक्रम में अतिथि का जीवन- परिचय मीमांसा लक्षकार एवं विधि पटेल ने करवाया। कार्यक्रम में मेवाड़ के सांस्कृतिक विरासत से ओतप्रोत मेवाड़ी गीत वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जीवन से संबंधित गीत ‘वो महाराणा प्रताप कठे… हिया तेली एवं नीला घोड़ा रा असवार…Ó हिया भण्डारी ने गायन कर कार्यक्रम का समा बांधा। अतिथि स्वागत एवं कार्यक्रम का परिचय प्रधानाचार्य डीके गुप्ता ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मेवाड़ के महाराणा के राजकुमार साहब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ से विद्यार्थियों का अंत: क्रिया सत्र प्रारंभ हुआ। विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। विद्यार्थियों ने लक्ष्यराज मेवाड़ के जीवन में प्राप्त उपलब्धियां एवं उच्च महत्वाकांक्षा के बारे में पूछा एवं एक युवराज एवं आम व्यक्ति के जीवन में क्या फर्क महसूस करते हैं? आप अपने जीवन में अपना आदर्श एवं प्रेरणा स्रोत किसे मानते हैं? आपकी बहुमुखी प्रतिभा एवं उपलब्धियों का श्रेय किसे देना चाहेंगे? आप अपने उदयपुर शहर के लिए क्या सपना संजोए रखे हैं एवं इसे पूरा करने के लिए क्या पूर्व नियोजित प्रयास करेंगे? क्या आप अपने स्कूल के जीवन से कोई यादगार घटना साझा कर सकते हैं? आदि अनेक महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर राजकुमार साहब लक्ष्यराज सिंह जी ने सहज रूप से देकर विद्यार्थियों की जिज्ञासा का समाधान किया। इस अवसर पर मेवाड़ के राजकुमार साहब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने विद्यालय के विद्यार्थियों के में निहित विशिष्ट प्रतिभा, हिन्दी अभिव्यक्ति कौशल एवं शानदार प्रस्तुति के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की। एवं प्रधानाचार्य जी को प्रत्यक्ष मिलने हेतु न्यौता भी दिया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ अभिभावक, विद्यालय के शिक्षक भी सम्मिलित हुए। इस अवसर पर महाराणा प्रताप समाधि स्थल चावंड से लाइव दर्शन भी हुआ। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य जी ने सभी अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को कार्यक्रम में पूर्ण तन्मयता एवं सक्रियता के साथ भाग लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।