


बीकानेर। शहर के विस्तार के मध्य नजर 2052 तक आबादी की पेयजल आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए दो नए रिजर्वेयर बनाए जाएंगे। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने शनिवार को इन दोनों जलाशयों के निर्माण के लिए चिन्हित भूमि का मौका मुआयना कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डा कल्ला ने बताया कि 2037 तक शहर की आबादी की आवश्यकता के अनुसार पानी के संग्रहण के लिए इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में 556 करोड रुपए खर्च कर बीछवाल और शोभासर में दो नए जलाशय से बनाए जाएंगे। ढाई हजार मिलियन लीटर तथा शोभासर में 3000 मिलियन लीटर क्षमता का जलाशय बनाया जाएगा। 2052 तक की आवश्यकता के हिसाब से बनाए जाने वाले इस प्रोजेक्ट पर कुल 798 करोड रुपए की लागत आएगी।
सुरक्षा का रखें विशेष ध्यान
डॉ कल्ला ने बताया कि इसके लिए जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने नगर विकास न्यास के साथ समन्वय करते हुए जमीन का चिन्हीकरण कर लिया है। स्कीम में जमीन आवंटन के लिए 56 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। आवंटित जमीन का मौका मुआयना करते हुए डॉ कल्ला ने निर्देश दिए कि रिजर्वॉयर का निर्माण करते समय यह ध्यान में रखा जाए कि 2052 के बाद यदि इन रिजर्वयर की क्षमता बढ़ाने आवश्यकता पड़े तो इन जलाशयों का विस्तार किया जा सके। इसके लिए पहले से ही जमीन रिजर्व रखी जाए। डॉ कल्ला ने बताया कि प्रथम चरण के तहत दोनों जलाशयों पर जल शुद्धीकरण के लिए 30.30 एमएलडी क्षमता वाले दो फिल्टर प्लांट भी स्थापित किए जाएंगे।
निरीक्षण के दौरान डॉ कल्ला ने निर्देश दिए कि निर्धारित जमीन पर कोई हाईटेंशन लाइन नहीं हो और जमीन के चिन्हकरण के तुरंत बाद बाउंड्री वॉल बनाने का काम सुनिश्चित किया जाए। सुरक्षा की दृष्टि से यदि फेंसिंग की आवश्यकता हो तो वह भी करवाएं।
वर्तमान जलाशय से प्रस्तावित जलाशय को जोडऩे के लिए यदि कोई जमीन बीच में अधिग्रहण करने की आवश्यकता हो तो इस संबंध में आपसी समन्वय करते हुए शीघ्र कार्यवाहीकरें। उन्होंने कहा कि समस्त प्रोजेक्ट को भविष्य को ध्यान में रखकर अभियंता वर्तमान रणनीति तैयार करने का काम करें।