


बीकानेर। पिछले साल 31 दिसंबर को गुजरात के कच्छ के रण से थार रेगिस्तान को पैदल पार करने का संकल्प लेकर चले अंतरराष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथन रनर अतुल चौकसे गुरुवार को 1100 किमी की दूरी तय कर बीकानेर पहुंचे। वे कच्छ से लेकर बीकानेर तक लोगों को रूढि़वादी सोच को बदलने व अंधविश्वास को दूर करने का संदेश दे रहे हैं। बीकानेर पहुंचने पर अतुल का स्थानीय नागरिकों ने स्वागत किया। अतुल ने बताया कि वे थार रेगिस्तान को पार करते हुए अपनी यात्रा को पंजाब के बठिंडा में समाप्त करेंगे। अपनी यात्रा के बारे में अतुल बताते हैं कि मैं पेशे से कंप्यूटर शिक्षक हूं। पत्नी निकिता की मौत के बाद मुझे अहसास हुआ कि समाज में आज भी रूढ़ीवादिता और अंधविश्वास भरा पड़ा है। इसे खत्म करने के लिए लोगों के पास जाना होगा। वे बताते हैं कि मेरे पास दो चक्कों वाली लोहे की ट्रॉली है, जिसे मैं हाथों से खींचता हूं। उसी में मेरा सारा सामान रखा हुआ है। यात्रा के दौरान मुझे कई बार जंगली जानवरों का सामना करना प?ा। यात्रा के दौरान अच्छे लोग भी मिले, जिन्होंने मेरे इस कदम को काफी सराहा।