


जयपुर। राजस्थान रोडवेज के मृतक कर्मचारियों के आश्रितों के लिये बड़ी खुशखबरी है। रोडवेज के ऐसे कर्मचारी जिनकी बरसों पहले ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई थी, लेकिन उनके आश्रितों को अभी तक अनुकम्पा नियुक्ति नहीं मिल पाई थी। उनको रोडवेज अब जल्द ही नौकरी देने जा रही है। रोडवेज अपने ऐसे करीब 530 मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देगी। राज्य सरकार ने रोडवेज बोर्ड से पास प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए इसके लिए रोडवेज सीएमडी को अधिकृत किया है। रोडवेज के बोर्ड ने 29 जनवरी को ऐसे प्रकरण जिनमें कर्मचारी की मौत के पांच साल बाद आवेदन किया गया था उनमें एकमुश्त शिथलन के लिए प्रस्ताव पास करके राज्य सरकार को भेजा था। सरकार ने प्रस्ताव को मंजूर करते हुए ऐसे प्रकरणों में शिथलन देने के लिए रोडवेज सीएमडी को अधिकृत कर दिया है। दरअसल रोडवेज के नियमानुसार कर्मचारी की मौत के 5 साल के भीतर ही अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन करना होता है। इसके बाद प्राप्त आवेदनों को स्वत: ही खारिज मान लिया जाता था। इसके चलते ऐसे मृतक आश्रित जो 5 साल के भीतर आवेदन नहीं कर पाते थे वे नौकरी से वंचित रह जाते थे। सरकार से मंजूरी मिलने के साथ ही रोडवेज ने इसे लेकर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। रोडवेज सीएमडी राजेश्वर सिंह ने बताया कि ऐसे सभी मामलों की पात्रता जांचने के लिए उप महाप्रबंधक प्रशासन ममता यादव की देखरेख में एक कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी मुख्यालय स्तर पर लंबित ऐसे करीब 492 और डिपो स्तर पर लंबित करीब 38 प्रकरणों में आयु सीमा, शैक्षणिक योग्यता सहित अन्य पात्रताओं की जांच करेगी। इनमें से सभी योग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाएगी।