कोरोना को लेकर चैत्र नवरात्रा पर इन मंदिरों में नहीं कर सकेंगे दर्शन

Chaitra will not be able to visit these temples on Navratri with respect to Corona
Spread the love

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच इस साल भी चैत्र नवरात्रा में आमेर स्थित शिला माता मंदिर के दर्शन 13 से लेकर 21 अप्रैल तक आम दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेंगे। वहीं कोरोना के कारण इस बार भी मेला नहीं भरेगा। इस दौरान राज परिवार के सदस्यों और पंडितों की मौजूदगी में माता की विशेष पूजा अर्चना होगी। कोरोना वायरस के कहर की वजह से जयपुर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में सुबह मंगला और रात को शयन झांकी के समय के साथ ही आम भक्तों के लिए दर्शनों के समय में बदलाव किया है। ज्यादातर मंदिरों में मंगला-शयन झांकी में भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा। बीते कई महीनों बाद शहर के धार्मिक स्थलों में जैसे-तैसे भक्तों की आवाजाही बढ़ रही थी। इस बीच कोरोना की दूसरी लहर के चलते मंदिरों में बीते सात दिनों में 35 प्रतिशत तक आम दर्शनार्थियों की संख्या में कमी दर्ज की है। शहर के आराध्य गोविंददेव जी मंदिर में जहां रोजाना 15 हजार के आसपास भक्त दर्शन करते थे, अब इसमें 35 फीसदी तक की कमी आई है। कमाबेश यही हालात बिड़ला मंदिर, आमेर शिला माता मंदिर, गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर, इस्कॉन, अक्षयपात्र, अक्षरधाम, मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर सहित अन्य बड़े देवालयों के हैं। मास्क लगाने के साथ ही सीमित संख्या में एक बार में भक्तों को प्रवेश देने के साथ ही कोरोना के दिशा-निर्देशों की पालना, सेनिटाइजेशन व दो गज की दूरी का ध्यान रखा जा रहा है।
यहां किया बदलाव
मोती डू्गरी गणेशजी मंदिर में आम दर्शनार्थियों के लिए पट सुबह 6.30 बजे खुलेंगे। भक्त सुबह 6.30 बजे बाद ही प्रथम पूज्य के दर्शन कर सकेंगे। वहीं शाम 7.30 बजे पट मंगल होंगे। इससे पहले शयन आरती डेढ़ घंटे पहले यानी शाम 7.15 बजे होगी। मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि सरकार की ओर से रात्रिकालीन कफ्र्यू का समय बढ़ाने से यह बदलाव किया है। पूरी सर्तकता मंदिर में बरती जा रही है। भक्तों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया जा रहा है। मंगला आरती सुबह 5 बजे बंद पट में ही होगी, भक्त मंगला आरती में दर्शन नहीं कर सकेंगे।
बुधवार को शयन आरती तीन घंटे पहले होगी। गोविंददेवजी मंदिर में फिर से परिक्रमा बंद कर दी गई है। भक्त अब कतार में लगकर ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में 11 पंक्तियां बनाई गई हैं। सुबह 5 से 5.15 बजे तक मंगला झांकी और 8 से 8.15 बजे वाली शयन झांकी में भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा। झाडख़ंड महादेव मंदिर में आम भक्तों का प्रवेश सुबह 7 बजे से शुरू होगा। वहीं शाम को 7.30 बजे आम दर्शनार्थियों के लिए दर्शन बंद हो जाएंगे। बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने यह जानकारी दी।

Load More Related Articles
Load More By alertbharat
Load More In राजस्थान

Leave a Reply