छह साल के बच्चें को चिकित्सकों ने किया मृत घोषित, अंतिम संस्कार की चल रही तैयारी, फिर अचानक बच्चें में आई जान…

Doctors declared the six-year-old child dead, preparations for the funeral going on, then suddenly the child breathed ...
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बीकानेर। कहते है ना कि हर इंसान का धरती पर जीवन व मरण का समय तय है यही विधि का विधान है। इस वाक्य पर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमें एक 6 वर्षीय बच्चें ने मौत को भी दे दी। हालंाकि छह साल बच्चे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। परिवार अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। मां अपने बेटे के सिर को चूमते हुए मां जाह्नवी और ताई अन्नू रोते हुए बार-बार कह रही थी- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा। तभी उसके शरीर में हरकत होने लगी। दोबारा इलाज शुरू हुआ और मंगलवार को वह रोहतक के अस्पताल से हंसता-खेलता अपने घर लौट आया। मामला हरियाणा के बहादुरगढ़ का है। यहां रहने वाले हितेश और उनकी पत्नी जाह्नवी ने बताया कि उनके बेटे को टाइफाइड हो गया था। उसे इलाज के लिए दिल्ली ले गए थे। 26 मई को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वे शव लेकर बहादुरगढ़ लौट आए। शव को रातभर रखने के लिए बर्फ और सुबह दफनाने के लिए नमक का इंतजाम कर लिया था। बच्चे की मां जाह्नवी और ताई अन्नू रोते हुए मासूम को बार-बार प्यार से हिलाकर जिंदा होने के लिए पुकार रही थीं। कुछ देर बाद पैक हुए शव में हरकत महसूस हुई। इसके बाद पिता हितेश ने बच्चे का चेहरा चादर की पैकिंग से बाहर निकाला और उसे मुंह से सांस देने लगे। पड़ोसी सुनील ने बच्चे की छाती पर दबाव देना शुरू किया, जैसा इन लोगों ने फिल्मों में देखा था। इस बीच बच्चे ने अपने पापा के होंठ पर दांत गड़ा दिए। फिलहाल इस घटना के बाद पूरे गांव में खुशी व जश्न का माहौल है।

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