


बीकानेर। कोरोना के चलते पिछले लम्बे समय से बंद पड़े धार्मिक स्थलों व मंदिरों को खोलने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनलॉक-३ में जारी की गई गाईडलाइन में आदेश दिए गए है। पश्चिमी राजस्थान में स्थित आस्था के सबसे बड़े स्थलों में शामिल बाबा रामदेव समाधि परिसर, श्री तनोट माता मंदिर और चुंधी गणेश मंदिर अभी तक अनलॉक नहीं हो पाये हैं। सरकार के आदेशों के बावजूद जिला कलक्टर की ओर से इन मंदिरों को 1 जुलाई के बाद प्लान बनाकर खोलने के निर्देश दिए गये हैं। व्यापारियों की निगाह इन दिनों बाबा रामदेव की समाधि सहित तनोट मंदिर के खुलने पर टिकी हुई है। इन मंदिरों से सैंकड़ों परिवारों की रोजी रोटी जुड़ी हुई है। राज्य सरकार की ओर से 28 जून से राज्य में धार्मिक स्थल को खोले जाने की अनुमति के बावजूद रामदेवरा में अभी समाधि परिसर और भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित तनोटराय माता मंदिर अभी तक खोला नहीं गया है। इसके कारण स्थानीय दुकानदारों में उदासी का माहौल है। प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों के साथ लॉक हुये ये मंदिर अभी भी अनलॉक होने का इंतजार कर रहे हैं। व्यापारियों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि जल्द से जल्द मंदिर खोले जायें ताकि उनका रोजगार फिर से शुरू हो सके। रामदेव मंदिर और तनोटराय माता मंदिर में सरकारी गाइडलाइन के अनुसार सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रामदेवरा में समाधि स्थल और उसके आसपास के संपूर्ण परिसर को सेनेटाइज किया गया है। वहीं दो व्यक्तियों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी हो इसके लिए जगह-जगह अलग स्थानों पर गोल घेरे भी बनाए गए हैं। इसके अलावा तापमान मापने के लिए मशीन व अन्य उपकरण भी जांचकर तैयार कर लिए गए हैं। रामदेवरा में स्थानीय समाधि समिति को अब जिला कलेक्टर के आदेश का इंतजार है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार के आदेश बाद उम्मीद जगी थी कि उनका रोजगार अब शुरू हो जायेगा। लेकिन स्थानीय प्रशासन की सख्ती के कारण वे अभी इससे महरूम हैं।