


बीकानेर। बीती रात को गंग नहर की बारहमासी नहर में गिरे दिव्यांग का दूसरे दिन गुरुवार को करणी जी वितरिका में श्रीविजयनगर के पास शव मिल गया है। दिलचस्प बता तो ये है कि महज 200 रुपए के विवाद में दिव्यांग के दोस्तों ने ही उसे शराब पिलाकर नहर में फेंक दिया और इसकी इत्तिला पुलिस को दी। पुलिस वे मिली जानकारी के मुताबिक वहां दोस्तों के साथ शराब पी और बाद में शराब के नशे में विवाद होने पर दोस्तों ने ही पहले उसका गला घोंटने का प्रयास किया और जब वह नहीं मरा तो उसे नहर में धकेल दिया। इस बीच दिव्यांग ने बचने का प्रयास भी किया। वह किसी तरह किनारे पर भी आया लेकिन किनारे पर खड़े उसके दोस्तों ने उसे फिर से पानी में धकेल दिया। पानी के तेज बहाव में वह खुद को संभाल नहीं पाया और उसकी मौत हो गई। गांव घमुड़वाली के दिव्यांग युवक श्यामलाल उर्फ राधेश्याम को मंगलवार रात उसके दोस्तों कृष्णलाल और सुभाष नायक ने शराब पिलाने के बाद नहर में फैंक दिया था। दोनों गांव घमूड़वाली में उसके घर से उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर लाए थे। घमूड़वाली के पास बारहमासी नहर पर पहुंचकर श्यामलाल ने दोस्तों के साथ शराब पी। बाद में दो सौ रुपए के लेनदेन को लेकर उनके बीच विवाद हो गया। इस बीच कृष्णलाल और सुभाष ने पहले श्यामलाल का गला घोंटने का प्रयास किया और जब वह नहीं मरा तो उसे नहर में धकेल दिया। श्यामलाल को दिखाई कम देता था तथा वह पांव से भी दिव्यांग था। ऐसे में खुद को संभाल नहीं पाया और पानी के बहाव के साथ बह गया। मृतक श्यामलाल अपने ननिहाल घमुड़वाली में रहता था और मनरेगा में मजदूरी करता था।