


बीकानेर। प्रदेश में 26 सितम्बर को होने जा रही सबसे बड़ी परीक्षा रीट के साथ-साथ सरकार की भी कड़ी परीक्षा है। इस परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कमान संभाल ली है। सीएम आवास पर इसको लेकर आयोजित हुई बैठक में अधिकारियों को सीएम गहलोत ने आवश्यक दिशा निर्देश देने के साथ-साथ चेतावनी भी दी है। जहां रीट के अभ्यर्थियों को रोडवेज व इससे जुड़ी सेवाओं में आने व जाने की निशुल्क व्यवस्था रहेगी। पेपर लीक और नकल जैसे प्रकरण को रोकने के लिए भी सख्त निर्णय लिए गए हैं। यदि किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत मिलती है तो उसे बर्खास्त किया जाएगा। इसके अलावा प्राइवेट कर्मचारी या इंस्टीट्यूट का भी पेपर आउट जैसे मामले में नाम सामने आता है तो संस्थान की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से दिए इन प्रस्तावों को सीएम ने मंजूर भी कर लिया है।
इस परीक्षा में पारदर्शिता के साथ-साथ नकल को रोकने के भी कड़े इंतजाम किए गए है। यहां तक जिला कलक्टर खुद परीक्षा केन्द्र में मोबाइल तक नहीं ले जा सकेंगे। इस परीक्षा में नकल सामने आने पर सीधे उससे जुड़े अधिकारी व कार्मिकों की बर्खास्ती की जाएगी। वही संबंधित संस्थान की मान्यता भी समाप्त कर दी जाएगा।
रविवार को होने वाली परीक्षा के लिए करीब 23 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। करीब 4 हजार सेंटर पर यह परीक्षा दो पारी में होगी। पहली पारी सुबह 10 से दोपहर 12.30 और दूसरी पारी दोपहर 2:30 से शाम 5 बजे तक होगी। गहलोत ने परिवहन विभाग को निर्देश दिए हैं कि रीट की परीक्षा देने वाले किसी भी विद्यार्थी से किरान न वसूला जाए।