


रामदेवरा। भीषण गर्मी तापमान करीब 42 डिग्री के करीब ऐसी भीषण गर्मी के कारण सडक़ पर बिछा हुआ तारकोल भी पिघल रहा है। ऐसे विषम हालात परिस्थितियों में भी 75 वर्षीय अजीत भाटिया अहमदाबाद से रामदेवरा तक 650 किलोमीटर का लंबा सफर पैदल चलते हुए नंगे पांव चलकर अपना सफर पूरा करके रामदेवरा पहुंचकर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन किए। ऐसे में श्रद्धा और आस्था का जुनून श्रद्धालुओं में ऐसा है कि बीच रास्ते में पडऩे वाली शारीरिक मानसिक परेशानियों को दरकिनार करते हुए भी अपनी यात्रा को पूरा करके रामदेवरा पहुंच रहे हैं। अहमदाबाद निवासी अजीत भाटिया ने बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने के लिए 11 मार्च को अपना सफर शुरू किया था। नंगे पांव बीच सडक़ पर चलते हुए बाबा के भजन कीर्तन करते हुए बिना किसी सहयोगी के अकेले ही अपना सफर शुरू किया। रास्ते में कई मुसीबत में परेशानियां आई लेकिन बाबा के आशीर्वाद से सभी परेशानियों से पार पाते हुए 650 किलोमीटर का लंबा सफर महज 21 दिनों में पूरा करते हुए आज रामदेवरा पहुंचकर बाबा की समाधि के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि इस दुनिया में उनका कोई नहीं है परिवार में भी कोई नहीं है, वह अकेले ही जिंदगी जी रहे हैं। ऐसे में बाबा का हुक्म हुआ तो वे अकेले अपने सफर पर निकल पड़े। बाबा रामदेव को ही अपना माता-पिता मानते हैं, वह बाबा के आशीर्वाद से ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं। बाबा की समाधि पर प्रसाद चढ़ाकर देश में खुशहाली की कामना को लेकर पूजा अर्चना की। गौरतलब है कि ऐसी भीषण गर्मी में जहां घर से बाहर निकलना दुश्वार हो रहा है। बाबा के लाखों भक्त पैदल चलते हुए वह दंडवत करते हुए वह अलग-अलग अलग तरीके से अपना सफर पूरा करके रामदेवरा पहुंच रहे हैं।