


जयपुर। राजस्थान के करौली के सपोटरा स्थित सिमारा गांव की वैरवा वस्ती में गंदा पानी पीने से 119 लोगों बीमार हो गए। सभी मरीजों को सीएचसी केंद्र पर उपचार के लिए ले जाया गया है। 43 महिला, 37 पुरूष और 39 बच्चों उल्टी दस्त शुरू हो गए। सूचना लगते ही गांव में करणपुर अस्पताल से डॉ महेश कुमार मीना के नेतृत्व में चिकित्सा टीम पहुंच गई और उपचार शुरू किया। चिकित्सा विभाग की टीम ने सिमारा गांव पहुंचकर तीन कुंओं से पानी के सैंपल लिए हैं। उधर सपोटरा उपखंड अधिकारी के निर्देश पर गांव में पानी का टैंकर पहुंचाया गया। हलांकि गांव के पूर्व सरपंच के मुताबिक सिमारा गांव में तीन दिन पहले एक तरबूज बेचने बाला गांव में आया था, जिससे गांव के अधिकतर सभी लोगों ने तरबूज खरीदकर खा लिए। वहीं, पूरे गांव के लोग एक ही कुंए का पानी पीते हैं। जो बेहद गंदा है। सीएमएचओ चिकित्सा टीम ने मुख्य कुंए का पानी रस्सी बाल्टी से खींचकर उपर निकाला गया तो पानी में जिंदा कीड़े तैरते नजर आए। वहीं, कुंए में भारी गंदगी को देखकर नाराजगी जताई। मरीजों की संख्या बढऩे से अस्पताल के सभी वार्ड भर गए, जिस मरीज को जहां जगह मिली वहीं ड्रिप चढ़ाकर उपचार किया गया। स्थिति यह रही कि एक बैड पर तीन से 6 बच्चों का उपचार किया गया। करौली सीएमएचओ के निर्देश पर चिकित्सा टीम का गठन किया गया, जिसमें चिकित्सक 4, कंपाउंडर 8, सीएचओ 6, एएनएम 4 ने मरीजों का उपचार किया। वहीं, सिमारा गांव में घर में मरीजों की देखभाल और सर्वे के लिए चिकित्सक 1, एएनएम 2, सीएचओ 2 लगाए गए मरीजों को घरो से अस्पताल तक लाने और ले जाने के दो एम्बुलेंस तैनात रही।