


शिमला। हिमाचल प्रदेश में कुदरत ने कहर बरपाया है। बीती रात कुल्लू, शिमला और किन्नौर जिला में हुई भारी बारिश ने खूब तबाही मचाई। कुल्लू के चोज गांव में आज सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर बादल फटने से 4 से 6 लोग लापता हो गए। 5 गाय और उनके बछड़े भी पानी में बह गए हैं। कई घरों व घ्राट को नुकसान पहुंचा है। रामपुर के ब्रुरी खड्ड में बाढ़ के बाद जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हुए लोग। कुल्लू के ही मलाणा गांव में भारी बारिश होने के बाद सुबह 7.30 बजे आई बाढ़ से काफी नुकसान हुआ। इससे मलाणा प्रोजेक्ट और भुंतर तहसील भवन को काफी नुकसान हुआ है। बाढ़ के बाद इस भवन में 25 से 30 लोग फंस गए, जिन्हें राहत एवं बचाव दल ने कुछ देर बाद सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। उधर किन्नौर थुंगी खड्ड में भी आज सुबह 8.05 बजे बाढ़ ने खूब तबाही मचाई है। वहीं शिमला में आज सुबह भूस्खलन होने से एक की मौत और दो व्यक्ति घायल हो गए। शिमला के अलग अलग क्षेत्रों में आधा दर्जन गाडिय़ां मलबे में दब गई है। हिमाचल के अधिकांश भागों में बीती रात से ही भारी बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इसके बाद नेशनल हाईवे-3 कुल्लू-मनाली, शिमला-किन्नौर को जोडऩे वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-5 समेत रामपुर में और चौपाल को जोडऩे वाली सडक़ समेत प्रदेशभर में 160 से ज्यादा सडक़ें अवरूद्ध बताई जा रही हैं। प्रदेशभर में 90 से ज्यादा विद्युत ट्रांसफार्मर भी ठप बताए जा रहे हैं। रामपुर के बु्ररी खड्ड में एनएच को बहाल कर दिया गया है।