


बीकानेर। राजस्थान में एक बार फिर कड़ाके की ठंड पढऩे वाली है। अनुमान लगाया जा रहा है कि ठंड इस बार कई रिकॉर्ड तोडऩे वाली है। नवंबर में पिछले सात दिन यानी 10 नवंबर से 17 नवंबर का एनालिसिस करे तो इस बार चितौडगढ़ और चूरू दो जिलों ने ठंड का रिकॉर्ड तोड़ा है। लेकिन, इस बार भी ठंड का असर पहले से ज्यादा दिखने वाला है। वहीं इस कार 1 महीने के लिए घने कोहरे का अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में इस बार 15 दिसंबर तक सर्दी का पीक आएगा, जो करीब 45 दिन यानी जनवरी पूरे महीने तक चलेगा। ये भी संभावना जताई जा रही है कि ठंड का ये असर फरवरी तक रह सकता है। इधर, यदि नवंबर महीने में सर्दी का ट्रेंड देखें तो 44 साल पहले 1978 में माइनस 1 डिग्री तक चूरू में टेंपरेचर पहुंचा था। इस बारर भी मौसम विभाग शेखावाटी के चूरू और सीकर में सर्दी का असर दूसरे जिलोंं से ज्यादा बता रहे हैं। पिछले कुछ सालों में सर्दी का ट्रेंड देखें तो पंद्रह दिसम्बर से जनवरी के पूरे सप्ताह तक राजस्थान के कई जिलों में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस या इससे भी कम होगा।
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ सालों का रिकार्ड देखने पर साफ है कि राजस्थान में इस बार भी कड़ाके की सर्दी पडऩे वाली है। पंद्रह दिसम्बर से 31 जनवरी तक तापमान में भारी गिरावट का दौर हो सकता है।
शून्य से नीचे होगा तापमान
पिछले सालों का ट्रेंड देखें तो चूरू और सीकर एक बार फिर सबसे कम तापमान वाले रह सकते हैं। पिछले सालों में इन्हीं दो जिलों में तापमान सबसे कम रहा। चूरू में पारा माइनस में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक भी रहा है, जबकि सीकर में शून्य के आसपास रहा। चूरू ने अभी से सर्दी के तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।
इन शहरों में भी सर्दी का आगाज
अजमेर, वनस्थली, अलवर, जयपुर, पिलानी, सीकर, कोटा, चित्तौडग़ढ़, उदयपुर, बाडमेर, जैसलमेर, जोधपुर, फलौदी, चूरू, गंगानगर और बीकानेर में भी सामान्य से कम तापमान है। पिछले कुछ सालों के आंकड़ों के आधार पर औसत तापमान तय किया जाता है, इससे भी कम तापमान इन जिलों में रहने लगा है। आने वाले दिनों में इन्हीं जिलों में पारा घटेगा।