


बीकानेर। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को इस कार्यकाल के अंतिम वर्ष अपनों का ही विरोध झेलना पड़ रहा है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एकबार फिर गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सचिन पायलट के तेवर बता रहे है कि वे कोई बड़ा फैसला ले सकते है। बता दें कि जयपुर के शहीद स्मारक में सुबह 11 बजे शुरू हुआ। यह शाम चार बजे तक चलेगा। जहां लगे पोस्टर में न तो राहुल है और न ही सोनिया। बस लगाई है तो सिर्फ और सिर्फ महात्मा गांधी की फोटो और न ही कांग्रेस पार्टी का कोई सिम्बल है। बता दें कि आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल पहले ही पायलट को अलग पार्टी बनाने की नसीहत दे चुके है। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जयपुर दौरा रद्द कर दिया है। वे पायलट से बातचीत करने के लिए आज दोपहर बाद जयपुर पहुंचने वाले थे। अब वह बुधवार को जयपुर आ सकते हैं। उन्होंने कल पायलट की कार्रवाई को पार्टी विरोधी बताया था। पायलट भाजपा की सीएम वसुंधरा राजे के शासन में हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर सीएम गहलोत सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं। वे सुबह अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे। ऐसा कहा जा रहा है कि वे शाम तक कोई अलग पॉलिटिकल लाइन ले सकते हैं।
पायलट के अनशन शुरू होने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो मैसेज जारी कर एक बार फिर मिशन 2030 की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि मैंने तय किया है कि 2030 तक राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है। पायलट के अनशन के बीच मिशन 2030 की बात दोहराने के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।