


बीकानेर। बीकानेर सहित पूरा राजस्थान चिलचिलाती धूप व लू के गर्म झपेड़ों में झुलस रहा है। मौसम के मुताबिक गर्मी शुरू नहीं हुई और जब शुरू हुई तो शुरुआती तेवर तीखे नजर आ रहे है। प्रचण्ड गर्मी व लू के थपेड़ों ने बीकानेर के अघोषित रूप से कफ्र्यू लगा दिया। सवेरे दस बजे के बाद सडक़ों पर चहल-पहल कम होनी शुरू हुई जो कि दोपहर होते-होते लगभग थम सी गई। यदाकदा इक्का-दुक्का लोग व वाहन सडक़ों पर देखने को मिले। बीकानेर के सभी मुख्य मार्ग व चौराहों यहां तक गली-मोहल्लों में भी सन्नाटा पसरा रहा।
मौसम के जानकारों व विशेषज्ञों की माने तो अलगे दो दिनों तक मौसम के मिजाज इसी तरह से रहने वाले है। गर्मी का मिजाज इस कदर है कि वातावरण से पूरी तरह से नमी को निचाड़ डाला है। क्या शरीर के अन्दर और क्या शरीर के बाहर नमी व पानी की कमी नजर आ रही है। ऐसे में आज से शुरू हुई एक दिन छोड़ एक दिन पेयजल वितरण व्यवस्था कोढ़ में खाज का काम कर रही है।
शुक्रवार को बीकानेर का अधिकतम तापमान 44 डिग्री को भी पार कर गया। जहां न्यूनतम तापमान भी 29 डिग्री पर पहुंच गया। वातावरण में नमी की मात्रा नहीं के बराबर रही। गुरुवार को वातावरण में नमी महज 11 फीसदी रही। वहीं रूक-रूककर 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही लू ने झुलसा दिया। दूसरी ओर अचानक गर्मी के तीखे तेवर के चलते न केवल एसी/ कूलर व पंखों की डिमांड बढ़ी है वहीं शीतल पेय पदार्थों की खपत भी बढ़ गई है।
मौसम के जानकारों व विशेषज्ञों की माने तो अलगे दो दिनों तक मौसम के मिजाज इसी तरह से रहने वाले है। गर्मी का मिजाज इस कदर है कि वातावरण से पूरी तरह से नमी को निचाड़ डाला है। क्या शरीर के अन्दर और क्या शरीर के बाहर नमी व पानी की कमी नजर आ रही है। ऐसे में आज से शुरू हुई एक दिन छोड़ एक दिन पेयजल वितरण व्यवस्था कोढ़ में खाज का काम कर रही है।
शुक्रवार को बीकानेर का अधिकतम तापमान 44 डिग्री को भी पार कर गया। जहां न्यूनतम तापमान भी 29 डिग्री पर पहुंच गया। वातावरण में नमी की मात्रा नहीं के बराबर रही। गुरुवार को वातावरण में नमी महज 11 फीसदी रही। वहीं रूक-रूककर 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही लू ने झुलसा दिया। दूसरी ओर अचानक गर्मी के तीखे तेवर के चलते न केवल एसी/ कूलर व पंखों की डिमांड बढ़ी है वहीं शीतल पेय पदार्थों की खपत भी बढ़ गई है।