


बीकानेर । जिले के सीमावर्ती कस्बे में दलित छात्रा से बलात्कार के बाद हत्या करने के मामले में बुधवार को दूसरे दिन भी लोगों में आक्रोश शांत नहीं हुआ। पुलिस थाने के सामने दिनभर धरना-प्रदर्शन चला। बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने मोर्चा संभाला और प्रदर्शनकारियों से कई दौर की वार्ता भी की। इसमें आरोपी पुलिस कर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर तुरंत गिरफ्तार करने, पूरा पुलिस थाना सस्पेंड करने, मामले की जांच एसओजी से कराने और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग पर लोग अड़े हुए है। मामले के तूल पकड़ने के बाद भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। आखिरकार शाम 7 बजे आईजी की अगुवाई में छात्रा के परिजनों से हुई वार्ता में शव का पोस्टमार्टम कराने पर सहमति बनी। एसओजी से जांच की मांग पर आईजी की निगरानी में विशेष अनुसंधान टीम गठित कर जांच कराने का आश्वसन दिया गया। इस टीम में बीकानेर रेंज के पुलिस अधिकारी शामिल होंगे, थाने का कोई अधिकारी इसमें नहीं होगा। इसी के साथ मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई समेत अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की सात टीमें गठित की गई है। लेकिन गुरुवार सुबह एक बार फिर मामले में नया मोड़ आ गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया। इस मामले में परिजनों ने वीडियो वायरल कर मामले पर असहमति जताई है। इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के पुनीत ढाल ने भी बुधवार को सैकड़ों लोगों के साथ प्रदर्शन किया था। परिजनों का वीडियो वायरल होने के बाद नाराजगी जाहिर की ओर कहा की पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने के लिए आंदोलन करने के लिए तैयार रहेंगे