


बीकानेर। बीकानेर में पानी चोरी की शिकायत पर पहुंचे आईजीएनपी व पीएचईडी अधिकारियों पर कुछ बदमाशों ने हमला बोल दिया। इस दौरान कुछ अधिकारियों के चोटें आई है। अधिकारी-कर्मचारियों को जान बचाकर भागना पड़ा। कानासर वितरिका से नाल एरिया में साइफन लगाकर लगातार पानी चोरी किए जाने से शोभासर जलाशय में पानी सप्लाई जीरो हो गया था। आईजीएनपी और पीएचईडी अधिकारी अपने स्टाफ के साथ रविवार की रात को गाडिय़ों में सवार होकर पानी चोरी रोकने के लिए गश्त पर निकले थे। इस दौरान करीब 11 बजे नाल एरिया में कानासर वितरिका की किमी 35 से नहर के बायें पटड़े पर गश्त शुरू की तो पानी चोरी के लिए जगह-जगह साइफन लगे मिले। पांच साइफन काट दिए तो अचानक गाडय़िों में सवार होकर बदमाश वहां आए और मारपीट शुरू कर दी। आईजीएनपी एसई विवेक गोयल, एक्सईएन गोविन्दसिंह व पीएचईडी एईएन अंकुर कुमार जाटव को चोटें आईं। सरकारी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और एसई का मोबाइल छीन लिया। पीएचईडी के अन्य कर्मचारियों से भी मारपीट की। अधिकारी-कर्मचारियों को वहां से जान बचाकर भागना पड़ा। रास्ते में भी महेन्द्रसिंह व अन्य लोगों ने रोक लिया और जबरन घटनास्थल पर ले जाने लगे। अधिकारी-कर्मचारी जैसे-तैसे वहां से निकले और पुलिस को इत्तला दी। एक्सईएन गोविन्दसिंह की रिपोर्ट पर नाल थाने में मदनसिंह, धन्नेसिंह, अशोक सिंह, रूप सिंह, बीरबल व अन्य के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, मारपीट, तोडफ़ोड़, गाली-गलौज व पानी चोरी करने का मामला दर्ज किया गया है। जांच सीओ सिटी हिमांशु शर्मा करेंगे। पुलिस ने मदनसिंह, अशोकसिंह व धन्नेसिंह को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पानी चोरी रोकने गए आईजीएनपी और पीएचईडी के अधिकारी-कर्मचारियों से मारपीट के बाद उनकी सुरक्षा और गश्त में पुलिस फोर्स लगा दी गई है। अधिकारियों ने एसपी तेजस्विनी गौतम से मुलाकात कर घटना की जानकारी दी। पानी चोरी रोकने वाली टीम को आरएसी के 20 जवान उपलब्ध कराए गए हैं। ये जवान गश्त के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों के साथ रहेंगे। आईजीएनपी-पीएचईडी के अधिकारी मंगलवार से आरएसी के जवानों के साथ पानी चोरी रोकने के लिए गश्त करेंगे।