प्रदेश की राजनीति को लेकर आया एक नया मोड़!

Good news brought about state politics!
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जयपुर। राजस्थान में राजनीतिक संकट का अंत अब लगभग तय माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों की मानें तो अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम और बागी नेता सचिन पायलट में सुलह हो गई है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान के सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत से करीब 20 मिनट फोन पर बात की है। यह बातचीत समन्वय के फार्मूले को लेकर हुई हुई है। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान नहीं हुआ है। सोमवार को राजस्थान का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला। इसके बाद यह लगभग साफ हो गया है कि दोनों पक्ष में सुलह हो गई है। पायलट केंप के नेता भंवरलाल शर्मा जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट और राहुल गांधी की दूसरी मुलाकात कुछ देर बाद हो सकती है। यह मुलाकात राहुल गांधी के तुगलक लेन स्थित आवास में होगी। बता दें कि शर्मा को एसओजी भी तलाश कर रही थी। भंवर लाल शर्मा सचिन पायलट कैंप के नेता हैं। पिछले दिनों कांग्रेस ने शर्मा को निलंबित भी किया था। ऐसा माना जा रहा है कि सचिन पायलट गुट के बाकी विधायक भी रात तक जयपुर पहुंच जाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पायलट और समर्थकों की भूमिका तय करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी और सरकार में पहले की भूमिका में ही सचिन पायलट रहेंगे। इस बात की विधायक भंवरलाल शर्मा के पुत्र ने पुष्टि की है। आपको बता दें कि विधायक भंवरलाल शर्मा का ऑडियो टेप सामने आया था। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक नरेन्द्र बुडानिया ने कहा है कि सचिन पायलट को बगावत का कदम नहीं उठाना चाहिए था। वार्ता का यह काम पहले ही कर लेना चाहिए था। पार्टी संगठित है और जीत हमारी होगी। जितना पायलट परिवार को सम्मान मिला उतना हिन्दुस्तान में किसी को भी किसी पार्टी में नहीं मिला। उनकी बाडेबंदी गलत थी, अब वो आ रहे उनके पास कांग्रेस के अलावा कोई जगह ही नहीं थी। गहलोत जी की अगुवाई में हम एक हैं।

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