


बीकानेर। जिले के नोखा विधायक की गाड़ी से टकराए नर्सिंगकर्मी की मौत के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। इस मामले में मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे नर्सिंगकर्मी व परिजनों की प्रशासन से सहमति बनने के बाद भी नया ट्विस्ट आया है। मृतक के भाई ने टक्कर मारने वाली गाड़ी के चालक के बजाय स्वयं विधायक बिहारीलाल बिश्नोई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। ऐसे में मामले की छानबीन सीआईडी सीबी के पास चली गई है, उधर विधायक का आरोप है कि एफआईआर में साजिश की गई है। बारह मार्च को सुबह पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर का नर्सिंगकर्मी हसन गौरी नाइट ड्यूटी करके घर लौट रहा था, तभी विधायक बिहारीलाल बिश्नोई अपने ड्राइवर व गनमेन के साथ राजमाता सुशीला कुमारी के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। दोनों वाहनों की टक्कर में हसन गंभीर घायल हो गया। जिसे बाद में पीबीएम अस्पताल से इंटरनल जयपुर के लिए रैफर किया गया। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इस घटना के दो दिन बाद हसन के भाई मोहम्मद जफर ने एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें वाहन चालक के साथ अभियुक्त के रूप में नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई का नाम दिया गया है। विधायक के खिलाफ जांच अब सीआईडी सीबी को दी गई है।