


बीकानेर। लॉकडाउन के दौरान औद्योगिक एवं व्यापारिक गतिविधियों के बंद होने के बाद अपै्रल माह का वेतन देना उद्यमियों एवं व्यापारियों देना दूभर सा हो गया है। लॉकडाउन के दौरान कई उद्योग ध्ंाधे बंद होने की कगार पर है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान केन्द्र सरकार के निर्देर्शों का पालन कर मार्च का वेतन दिया गया। यह बात जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने पत्र के माध्यम से कही। जिला उद्योग संघ की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पत्र लिखकर अवगत कराया है कि केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से व्यापारी एवं उद्यमी वर्ग को लेकर किसी भी छूट नहीं प्रदान की गई है हालांकि व्यापारी व उद्यमी इस विपदा में सरकार के साथ सहयोग में जुटे है। सरकार की ओर से काम नहीं चलने के बावजूद मार्च के बाद अपे्रल माह का वेतन भी देने के लिए निर्देश दे दिए है। व्यापारी वर्ग की ओर से सरकार के इन आदेशोंं का विरोध जताते हुए श्रमिकों व कर्मचारियों को अपे्रल माह का वेतन कर्मचारी राज्य बीमा निगम के फंड से देने की मांग की है। पत्र में बताया है कि सरकार के कर्मचारी राज्य बीमा निगम के फंड में लगभग ९० हजार करोड़ रुपये जमा है जो कि कर्मचारी एवं उद्यमी व्यापारी वर्ग द्वारा ही जमा होता है।