


बीकानेर। होली रंगों व प्यार का त्यौंहार है किंतु रंगों के इस त्यौंहार को लोग अपनी बेरहमी से बदरंग बना रहे है। इसी की बानगी है बीकानेर के शोभासर गांव में दो युवकों की हत्या। यहीं नहीं एक आठ साल के मासूम बच्चे की जीभ काट उसके हाथ-पांव बांधकर इस गर्मी के मौसम में बालू मिट्टी में फैंक दिया गया। बरहाल इस बच्चे की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। जिसके चलते असहाय सेवा संस्थान देखभाल कर रहा है। फिलहाल यह बच्चा पीबीएम चिकित्सालय के ट्रोमा सेंटर में भर्ती है। सीएमओ डॉ. एल.के. कपिल व उनकी टीम इलाज करने में जुटी है। यह मामला श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ का है। इस बच्चे की हालत कैसे व किसने की, इसके लिए कौन जिम्मेदार है, ऐसे अनेक सवाल अभी-भी पुलिस के लिए पहेली बने हुए है।
ये है पूरा मामला
सूरतगढ़ में होली के दिन हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर बाइपास पर एक बच्चे के गंभीर हालत में पड़े होने की राहगीर ने सूचना दी। लावारिस हालत में हाथ-पैर बंधा बच्चा सडक़ किनारे पड़ा था। बच्चा जिंदा था लेकिन हालत नाजुक थी। बच्चे को पुलिस सूरतगढ़ अस्पताल लेकर आई। गंभीर हालत होने के कारण उसे श्रीगंगानगर रेफर कर दिया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे पीबीएम ट्रोमा रैफर कर दिया।
जीभ का ऑपरेशन
पीबीएम में भर्ती बच्चे का रविवार को ऑपरेशन किया। ऑपरेशन ईएनटी डॉ. गीता सोलंकी, डॉ़ अदिति शर्मा, डॉ. सतीश, डॉ. गोविन्द, दंत विभाग के डॉ. राजीव नारायण पुरोहित, डॉ. शिवानी, एनेस्थीसिया डॉ. नीलम, डॉ. सरोज, डॉ. तनवी की टीम ने किया।