


बीकानेर। भारतमाला प्रोजेक्ट में अवाप्त भूमि के उचित मुआवजा की मांग को लेकर किसान प्रतिनिधियों और नापासर एसएचओ के बीच सोमवार को नोकझोंक का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। नापासर एसएचओ ने छह किसानों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने और वर्दी फाडऩे के आरोप में छह किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जिससे नाराज किसानों ने थाने के आगे धरना लगाकर महापड़ाव डाल दिया है। वही मामला बढ़ता देख मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। जानकारी के अनुसार भारतमाला एनएच 754 के जमीन अवाप्ति के बदले उचित मुआवजे की मांग को लेकर राणीसर, नौरंगदेसर, गुंसाईसर, किलचू सहित आसपास के गांवों में चल रहे आंदोलन के बीच सोमवार को बड़ी संख्या किसान थाने में पूर्व में दिए गए परिवाद पर कार्रवाई जानने आए। इस बीच थानाधिकारी संदीप पूनिया व किसान प्रतिनिधियों में बहस हुई। जिस पर थानाधिकारी ने किसान प्रतिनिधि धर्मेंद्र जाट, रामदयाल जाट, कैलाश जाट, अशोक जाट, प्रभुराम जाट व छोगाराम जाट पर वर्दी फाड़कर मारपीट व गाली गलौच करने एवं राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी ने आरोप लगाया है कि ये लोग बिना मास्क के थाने में आए और जमीन अवाप्ति के बदले मुआवजा नहीं मिलने को कहा। इस पर थानाधिकारी ने कहा कि मुआवजा देने का काम सरकार का है। इस पर इन लोगों ने गाली गलौच करते हुए उनके साथ मारपीट की। वहीं किसान प्रतिनिधियों का कहना है कि वे तो केवल पहले दिए परिवाद की जानकारी लेने व एक अन्य एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचे तो थानाधिकारी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और झूठा मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। किसानों ने भूख हड़ताल की चेतावनी देते हुए गिरफ्तार किए गए किसान प्रतिनिधियों पर लगाए गए झूठे मुकदमे वापस लेकर रिहा करने की मांग की है।