


बीकानेर। जिले के तीन स्वास्थ्य केन्द्रों में जब स्वास्थ्य विभाग का दल पहुंचा तो उस समय एकबारगी अफरा-तफरी सी मच गई। स्वास्थ्य केन्द्रों में अधिकांश स्टाफ ही अनुपस्थित था और जो अनुपस्थित थे वह यूनिफार्म में नहीं थे। यह मंजर देखे गए जिले के कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी चाहर के स्वास्थ्य केन्द्रों में औचक निरीक्षण के दौरान। हुआ यूं कि जिले के कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी चाहर ने तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दो अस्पतालों पर बड़ी लापरवाहियां व अनियमितताएं उजागर हुई। सुबह सवा आठ बजे डॉ. चाहर यूपीएचसी मुरलीधर व्यास नगर पहुंचे तो 21 कार्मिक अनुपस्थित मिले। धीरे-धीरे कुछ पहुंचे भी, लेकिन समस्त बिना यूनिफार्म के। अस्पताल में टॉयलेट की सफाई व्यवस्था भी बेहाल मिली। रिकॉर्ड खंगालने पर मालूम चला कि गुरुवार को मात्र तीन आरटीपीसीआर कोविड टेस्ट किए गए थे। अस्पताल की मासिक आरएमआरएस की बैठक भी लंबे समय से लंबित थी। सीएमएचओ डॉ. चाहर ने चिकित्सा अधिकारी प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर बिना यूनिफार्म के उपस्थिति ना लगाने देने के निर्देश दिए। वहीं धर्मनगर स्थित यूपी एचसी नंबर 3 में 25 में से 15 कार्मिक अनुपस्थित मिले, जो मिले वह भी बिना यूनिफार्म के। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डे ऑफ पे थे, जबकि वह सिर्फ रविवार को डे ऑफ ले सकते हैं। अस्पताल में साफ -सफाई भी अच्छी नहीं थी। यहां भी लंबे समय से आरएमआरएस की बैठक भी नहीं हुई थी। डॉ. चाहर ने अस्पताल प्रभारी को कारण बताओ नोटिस देते हुए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए हैं।