


बीकानेर। 77 वें स्वाधीनता दिवस पर प्रेम पुष्प कुंज में भगवती संगीत कला केंद्र एवं स्वर्ण सुर संगम के बैनर तले अध्यक्ष चांद रतन स्वर्णकार के सानिध्य में रंगारंग संगीत कार्यक्रम किया गया। जिसमें चान्द रतन स्वर्णकार ने गणेश वंदना रख लाज मेरी गणपति के पश्चात् अरज सुनो हनुमान मेरी एवं सबसे बड़ा है मां का मंदिर भजनों की शानदार प्रस्तुति दी। स्वर्ण सुर संगम के प्रेरणा स्रोत एवं भगवती संगीत कला केंद्र के ज्ञानेश्वर सोनी ने देश भक्ति गीत आ तो सुरगा ने शरमावे, राजस्थानी वीरों को जो प्राणों से भी प्यारा एवं चांद चढ्यो गिगनार गीतों की मधुर प्रस्तुति दी। सचिव प्रेम स्वर्णकार में मेरा रंग दे बसंती चोला, जहां डाल डाल पर सोने की चिडिय़ा करती है बसेरा एवं यह देश है वीर जवानों का गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी। राजेंद्र स्वर्णकार ने गीत आबरू वतन के नौजवान तुमसे है की प्रस्तुति देकर समा बांध दिया। गौरी शंकर सोनी ने देखो वीर जवानों अपने खून पे ये इल्जाम ना आए गीत सुनाकर वाहवाही लूटी। मोहन लाल सोनी ने गीत वतन पे जो फिदा होगा अमर वो नौजवां होगा की प्रस्तुति दी। मोहन खत्री ने देशभक्ति गीत ए मेरे प्यारे वतन एवं दिल करदा ओ यारा दिलदारा सुनाकर वाहवाही लूटी। हारमोनियम सभी कलाकारों ने अपने गीतों पर स्वयं बजाया एवं ढोलक पर मोहन लाल सोनी एवं मोहन खत्री ने संगत की।