


बीकानेर। चिकित्सकों का लालच इतना बढ़ चुका है कि उसको किसी भी मरीज की मजबूरी भी नहीं दिखती, फालतू की दवाई लिखना, कमीशन की जांच लिखना, यह सब पूर्ण रूप से व्यावसायिक बन चुका है और हैरानी की बात तो यह है कि सब कुछ प्रशासन की नजर में है पर फिर भी कोई कार्यवाही नहीं होती, रसूक वाले लोगों से जान पहचान होने के कारण यह डॉक्टर अपना व्यवसाय सरकारी नौकरी के साथ चला रहे हैं। यह कहना था केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का। अवसर था कलक्टरी परिसर में धरने का। केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से पीबीएम अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा घरों में चलाए जा रहे व्यवसायिक कार्यों के विरोध में कलक्टरी में धरना दिया गया। जिसमें बीकानेर जिला दवा विके्रता संघ और विभिन्न किसान संगठनों के लोग पहुंचे। इस धरने का नेतृत्व केमिस्ट एसोसिएशन के महावीर पुरोहित ने किया। पुरोहित ने बताया कि केमिस्ट एसोसिएशन का यह आंदोलन 2019 से चल रहा है पर अब तक सरकार द्वारा कोई भी निर्णय नहीं लिया गया, दुकान या व्यवसाय संचालक किसी न किसी तरह से कागज का फेर बदल करके डॉक्टर की जगह में ही अपना मेडिकल और लैब चला रहे हैं एवं अस्पताल के डॉक्टर्स का यह बिजनेस बढ़ता जा रहा है और आने वाले दिनों में बहुत से ऐसे डॉक्टर हैं।