जेल में कोरोना का हो सकता है बड़ा संक्रमण

Spread the love

बीकानेर। बीकानेर कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन तक लगा चुकी है। लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा रखी है। मरीजों का आंकड़ों इस कदर बढ़ता जा रही है कि अस्पतालों में हालात बिगडऩे लगे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण पर जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोरोना की जांच करवाए बिना ही दूसरी जेलों के 80 से ज्यादा बंदियों को बीकानेर सेंट्रल जेल भेज दिया गया जिनमें से 22 बंदी पॉजिटिव निकले। दो से तीन दिन तक ये बंदी पुलिस चालानी गार्ड, आरएसी के जवान, जेल स्टॉफ और बीकानेर जेल के बंदियों के संपर्क में रहे जिससे उन पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है।
े बीकानेर जेल में बंदियों के पॉजिटिव आने के मामले की पड़ताल की। सामने आया कि एक माह में दूसरे जिलों से 83 बंदियों को ट्रांसफर कर बीकानेर सेंट्रल जेल में भेजा गया है। कोरोना के जबर्दस्त संक्रमण काल को देखते हुए भी ट्रांसफर करने से पहले इन बंदियों की जांच करवाने की जरुरत नहीं समझी गई। नतीजा यह हुआ कि बीकानेर जेल में आने के बाद बंदियों की जांच हुई तो एक महिला सहित 22 बंदी कोरोना पॉजिटिव निकले। बीकानेर जेल में पहले से ही 1400 बंदी हैं। महिला जेल में भी 60 बंदी हैं। इसके अलावा 200 से ज्यादा जेल स्टाफ, चिकित्साकर्मी और आरएसी के जवान भी हैं। लापरवाही के कारण इन सब पर भी कोरोना संकट मंडराने लगा है और बीकानेर जेल प्रशासन ने कोरोना जांच करवानी शुरू कर दी है। पिछले साल कोरोना काल में बीकानेर सेंट्रल जेल में ट्रांसफर किए सभी बंदियों की कोरोना जांच करवाने के बाद भेजा गया था। लेकिन, इस बार बिना जांच ही भेज दिया। इसके अलावा पिछली बार बीकानेर जेल में क्वारेंटाइन जेल बनानी की भी अनुमति दी गई थी, लेकिन इस बार वो भी नहीं मिली। पॉजिटिव आए सभी बंदी दूसरे जिलों की जेलों से ट्रांसफर होकर आए हैं। केवल एक बंदी बीकानेर जेल का है। सभी कोरोना पॉजिटिव बंदियों को अलग वार्ड में रखा गया है और उनकी दवा, खाने-पीने का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सोमवार को कैंप लगाकर 147 जेल स्टॉफ और आरएसी के जवानों की कोरोना जांच करवाई गई है। मंगलवार को बंदियों की जांच करवाई जाएगी। पूर्व में जेल के 132 वर्दीधारी स्टाफ ओर 15 चिकित्सा और मंत्रालयिक कर्मचारियों को कोरोना के टीके की दोनों डोज लगवा दी गई थी। करीब 157 पुरुष और 15 महिला बंदियों को भी टीके की पहली डोज लग चुकी है। सब जेल ओवर क्राउड होने की वजह से बंदियों को बीकानेर जेल में भेजना जरूरी हो गया था। बीकानेर में पर्याप्त साधन और जगह है। अधीक्षक को ट्रांसफर किए गए बंदियों को अलग रखने और कोरोना जांच करवाने के लिए कहा गया है।

Load More Related Articles
Load More By alertbharat
Load More In बीकानेर

Leave a Reply