


अनिल रावत
बीकानेर। जहां एक ओर प्रदेशभर में कोरोना फिर से रंगत में आ चुका है इसको लेकर राज्य सरकार की नई गाइडलाइन जारी कर सख्ताई बरतनी शुरू कर दी है। वहीं दूसरी ओर अपे्रल-मई माह में होने वाले सावों की रंगत फिकी पड़ती नजर आ रही है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण को लेकर नई गाइडलाइन के मुताबिक शादी समारोह में 100 मेहमानों की अनुमति तय कर दी है। अगर कोरोना को लेकर हालात नहीं सुधरे तो ये संख्या कम भी की जा सकती है। इसको लेकर शादी वाले घरों व परिवारों की चिंताएं सताने लगी है कि कहीं पिछले वर्ष की भांति हालात बन गए तो शादियों को कैंसिल भी करना पड़ सकता है। ऐसे हालातों में शादी वाले घरों में तैयारियों को लेकर रंगत फीकी नजर आ रही है।
तारीख तय, कोरोना ने बढ़ाई चिंता
इस वर्ष जनवरी के बाद से शादी व अन्य शुभ कार्यों के लिए कोई खास मुहूर्त नहीं होने के कारण लोग अपे्रल-मई के सावों में शादी की तारीख तय चुके है। वहीं अधिकांश लोगों ने कार्यक्रम को लेकर पूरी तैयारियां भी कर ली गई है। ज्यादातर लोगों ने इन्हीं महीनों में अपना कार्यक्रम तय भी कर रखा है। आखा तीज और रामनवमी के शुभ मुहूर्त पर कई शादियां होनी हैं। लेकिन, अब अचानक संक्रमण के मामले बढऩे से प्रशासन ने सख्ती कर दी है।
मेहमानों की सूची को लेकर असमंजस
कोरोना जैसी महामारी ने अपनों की शादी में शामिल होने को लेकर असमंजस की स्थिति खड़ी हो चुकी है। जहां शादी वाले घर में मेहमानों की सूची में कटौती को लेकर असमंजस का माहौल है वहीं दूसरी ओर मेहमानों के मन भी शादी में स्वयं के निमंत्रण को लेकर सोचनीय स्थिति बनी हुई है।
राज्यों से बाहर बारात बनी आफत
जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है वैसे-वैसे शहरों में लॉकडाउन या नाइटकफ्र्यू लगाया जा रहा है। जहां ऐसे हालात नहीं बने है वहां प्रशासन की सख्ताई शुरू है। ऐसे हालातों में दूसरे राज्यों में बारात लेकर जाने वाले परिवारजनों को बेहद चिंता में डाल दिया है। गाइडलाइन के मुताबिक दूसरे राज्यों में प्रवेश से पूर्व कोरोना जांच दिखाकर अनिवार्य है वरना प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस पर शादी वाले परिवारजनों द्वारा बारातियों को निमंत्रण के साथ कोरोना जांच रिपोर्ट साथ में लाने की बात भी कही जा रही है।