


बीकानेर/जयपुर, 25 जून। लगभग एक साल की लंबी आँख-मिचौली के बाद आखिरकार बीछवाल थाना क्षेत्र में शाहरुख हत्याकांड के दोनों फरार आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए। 50-50 हजार के इनामी बदमाश महेंद्र बिश्नोई और मनरूप बिश्नोई को जयपुर के एक होटल में छिपे होने की सूचना DST बीकानेर को मिली थी।
सूचना मिलते ही जयपुर पुलिस और DST बीकानेर की संयुक्त टीम ने होटल की घेराबंदी कर तड़के रेड डाली। आरोपी खिड़की से कूदकर भाग निकले, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी। चार घंटे की अथक मशक्कत के बाद दोनों आरोपियों को दस्तयाब कर लिया गया।
इस कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक बीकानेर कावेंद्र सिंह सागर के निर्देशन में किया गया। टीम में ADSP सिटी सौरभ तिवाड़ी, CO सदर IPS विशाल जांगिड़, CI गोविंद सिंह चारण, DST के ASI दीपक यादव, बीकानेर से कांस्टेबल श्रीराम और सूर्य प्रकाश तथा जयपुर पुलिस के नवीन राणा व शिवराज शामिल रहे।
गौरतलब है कि दोनों आरोपी देशभर के कई राज्यों — मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और बिहार — में फरारी काटते रहे। खुद को पकड़ से दूर रखने के लिए इन्होंने नाम और हुलिया भी बदल लिया था। महेंद्र ने खुद को ‘मोहम्मद गोरी’ और मनरूप ने ‘प्रकाश गोदारा’ के नाम से छुपा रखा था। बीकानेर जिले के विभिन्न थानों में महेंद्र और मनरूप के खिलाफ कुल 16 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।