कोविडकाल में परीक्षाएं कराना खतरे से खाली नहीं

Doing exams in Kovidkal is not free from danger
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बीकानेर। कोविडकाल के दौरान परीक्षाओं को लेकर असमजंस की स्थिति बनी हुई है। पहले से कोरोनाकाल में मानसिक रूप तनाव की स्थिति झेल रहे विद्यार्थियों का परीक्षा में अपना 100 प्रतिशत देना असंभव है। यह कहना है राजकीय डूंगर महाविद्यालय पूर्व अध्यक्ष ज्योति चौधरी का। ज्योति चौधरी का कहना है कि कॉलेज के स्टूडेंट्स के भविष्य को लेकर भी एक रूप-रेखा तय हो। राजस्थान में फाइनल सत्र के छात्रों को किस तरीके से प्रोमोट किया जाए, क्योंकि आज के समय में जिस तेजी से कोरोना का खतरा फेल रहा है और डब्लिंग के मामले में राजस्थान बीकानेर में लगातार कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। उसमें एग्जामिनेशन कराना खतरे से खाली नहीं है। कोरोना महामारी के इस दौर में फाइनल सत्र छात्रों को बिना लिखित परीक्षा के, एक प्रक्रिया अपना कर पास करने की मांग है।

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