


बीकानेर। शनिवार सुबह गंगनहर की करणीजी वितरित में अचानक कटाव आ गया। जिससे आसपास के क्षेत्र में पानी फैल गया। हाल ही में बुवाई की हुई सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। यह मामला बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर जिले के जैतसर इलाके का है। नहर से लगते सूरतगढ़-अनूपगढ़ स्टेट हाइवे नंबर 94 पर पानी सडक़ के नीचे से होते हुए दूसरी तरफ के खेतों तक पहुंच गया। इससे सडक़ धंसने की आशंका के चलते इस रोड पर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया। जिससे व्हीकल ड्राइवर्स को करीब एक से डेढ़ घंटो एक्सट्रा समय लगाकर डेस्टिनेशन तक पहुंचना पड़ा। नहर में अल सुबह करीब पांच बजे गांव तेरह जीबी के पास कटाव आया। इसकी जानकारी किसानों को मिलने पर उन्होंने आसपास के किसानों को बुलवाया। आसपास से जेसीबी मशीन का प्रबंध किया गया। इसके साथ ही नहर के पटड़े को बांधना शुरू किया गया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद नहर को बांध दिया गया हालांकि स्टेट हाइवे नंबर 94 के रिपेयर नहीं होने से दोपहर तक वाहनों को डायवर्ट रूट पर ही चलाया गया। नहर टूटने की जानकारी मिलते ही रायसिंहनगर एमएलए बलवीर लूथरा मौके पर पहुंचे। उन्होंने नहरी विभाग के अफसरों और आसपास के किसानों को घटना की जानकारी दी। उन्होंने नहर टूटने के कारणों के बारे में जानकारी ली। विधायक ने विभागीय अफसरों से इस मामले में कार्रवाई के लिए कहा।
ऐसे किए वाहन डायवर्ट
इस रूट पर वाहनों को गांव 13 जीबी के पास से ग्रामीण इलाके में सिंगल सडक़ पर निकाल दिया गया। इस रूट से होकर वाहन तेईस जीबी पहुंचे जहां से इन्हें वापस स्टेट हाइवे नंबर 94 पर आने का रास्ता मिला। इस दौरान सिंगल रोड होने से वाहन चालकों को करीब एक से डेढ़ घंटा एक्सट्रा समय लगा। खास बात यह रही कि किसानों ने आगे के किसानों की बारियां पिटने से बचाने के लिए नहर को चालू रहते ही इसे बांध दिया। नहर टूटने के समय इसमें 300 क्यूसैक पानी चल रहा था। नहर के पटड़े कमजोर हो जाने और इसमें जानवरों के बिल बन जाने से नहर पानी का दबाव नहीं झेल पाई और पानी खेतों में फैल गया।