


बीकानेर। पानी की मांग को लेकर किसानों की ओर से चल रहे महापड़ाव में अभी कुछ देर पूर्व डिविजनल कमिश्नर बीएल मेहरा और सिंचाई विभाग के नवनियुक्त चीफ इंजीनियर अमरजीतसिंह वार्ता के लिए घड़साना पहुंचे है। किसानों व अधिकारियों के बीच विभिन्न मांगों पर चर्चा जारी है। यह मामला संभाग के श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में चल रहे किसान आंदोलन का है। जिसमें सोमवार को भी किसानों का महापड़ाव जारी रहा। एसडीएम ऑफिस में किसानों ने करीब डेढ सौ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाया हुआ है। वहीं महापड़ाव के तहत सभा जारी है। इस बीच किसानों के सोमवार से आंदोलन तेज करने की घोषणा के मद्देनजर डिविजनल कमिश्नर बीएल मेहरा और सिंचाई विभाग के नवनियुक्त चीफ इंजीनियर अमरजीतसिंह वार्ता के लिए घड़साना पहुंचे। किसानों ने दोपहर में बीएसएफ कैंपस में अधिकारियों से वार्ता शुरू की। वार्ता सकारात्मक माहौल में शुरू हुई। किसान भी बातचीत का अच्छा परिणाम आने की उम्मीद कर रहे हैं। इस बीच महापड़ाव स्थल पर पानी की मांग पर किसानों का आक्रोश जोरों पर है। सभा स्थल पर किसान नेताओं का कहना था कि पानी लिए बिना किसान नहीं हटेंगे। अगर पानी नहीं मिला तो फसलों को नुकसान होगा। सरसों और गेहूं की बुवाई का समय चल रहा है। इस समय पर्याप्त पानी की जरूरत देखते हुए किसान विरोध प्रदर्शन में जुटा है। चार में से दो समूह पानी चलाने पर ही किसान की जरूरत पूरी हो सकेगी। जहां एसडीएम ऑफिस के पास किसानों का महापड़ाव चल रहा है वहीं एसडीएम ऑफिस में 150 पुलिसकर्मी अब भी किसानों के कब्जे में है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग नहीं मान ली जाती कोई भी व्यक्ति न तो एसडीएम ऑफिस में प्रवेश कर पाएगा और न ही किसी को बाहर निकलने दिया जाएगा। उनका कहना है कि पुलिसकर्मियों को भोजन, दवा या अन्य जरूरी सामान की कमी नहीं आने दी जाएगी। उनके लिए लंगर चलाया जा रहा है। वहीं रविवार रात पुलिसकर्मियों के लिए भोजन पुलिस मैस में ही तैयार करवाकर एसडीएम ऑफिस भिजवाया गया। पुलिसकर्मियों ने यही भोजन किया।