


बीकानेर। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ की साध्वीश्री सौम्यप्रभा, बीकानेर मूल की साध्वीश्री सौम्य दर्शन आदि ठाणा चार के सान्निध्य में शुक्रवार को सुख, सम्पति व समृद्धि की एकावतारी, समकितधारी देवी पद्मावती का जैन शास्त्रोक्त मंत्रों व भक्ति गीतों के साथ महापूजन किया गया। महापूजन में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने करोना के बचाव के नियमों की पालना करते हुए भागीदारी निभाई। कोचरों के चैक के पुरुष उपासरे में शनिवार को नियमित प्रवचन में साध्वीश्री सौम्य प्रभा ने कहा कि जैन आगमों व शास्त्रों का नियमित अध्ययन, चिंतन व मनन करें तथा उसके अनुसार अपने जीवन बनाएं। पक्के मानस व दृृढ़ विश्वास से शास्त्रों के अध्ययन व श्रवण कर शास्त्रों की बातों को जीवन व्यवहार में लाएं तथा कषायों से बचें। परमात्मा की वाणी हमें काम, क्रोध, लोभ व मोह आदि कषायों से बचाती, सद्मार्ग व सद्गति का मार्ग दिखाती है। होली चातुर्मास के लिए करीब 11 साल बाद बीकानेर आई साध्वीवृृंद के सान्निध्य में स्वाध्याय, ध्यान व तपस्याओं के साथ आध्यात्मिक चेतना शिविर का भी संचालन किया जा रहेे है। नियमित बडी संख्या में बच्चे व श्रावक-श्राविकाएं उपासरे में पहुंचकर धर्म चर्चा कर रहे है। साध्वीश्री होली चातुर्मास के दौरान सुबह नौ बजे से दस बजे तक कोचरों के नए पुरुष उपासरे में प्रवचन करेंगी।