महिला कांस्टेबल से मारपीट व अश्लील संदेश भेजने के मामले में हैड कांस्टेबल प्रवीण बर्खास्त

Head constable Praveen sacked for assaulting female constable and sending obscene messages
Spread the love

बीकानेर। सीआईडी जोन के हेड कांस्टेबल प्रवीण गोदारा उर्फ प्रवीण बिश्नोर्ई को बर्खास्त कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से 23 दिसंबर को ही आदेश जारी हुए हैं। पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संबंध में व्यापक प्रेस नोट भी जारी किया गया है। प्रवीण के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं जिनमें वह गिरफ्तार होकर जमानत पर है। एक बार उसे कार्यपालक मजिस्ट्रेट से भी पाबंद करवाया जा चुका है। वह अपने गलत आचरण के कारण निलंबित चल रहा था। निलंबन काल में भी वह बिना सूचना के अनुपस्थित था। उसके खिलाफ तीन विभागीय गोपनीय जांचें भी चल रही हैं। पुलिस मुख्यालय की ओर से बताया गया है कि हेड कांस्टेबल प्रवीण गोदारा उर्फ प्रवीण विश्नोई के खिलाफ कोतवाली थाने में 15 अक्टूबर 2019 को राजकार्य में बाधा, छीना झपटी और मारपीट आदि आरोपों में महिला कांस्टेबल ने मुकदमा दर्ज करवाया था। जांच में आरोप सही पाए जाने पर उसे 9 दिसंबर 2019 को गिरफ्तार किया गया।
इसी प्रकार पुलिस थाना चूनावढ़ में उसके खिलाफ 10 दिसंबर 2019 को छेड़छाड़ करने लगातार पीछा करने व सोशल मीडिया पर अश्लील संदेश भेजने के आरोप में महिला कांस्टेबल की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इसमें भी पुलिस की ओर से चालान पेश किया गया। इन आरोपों को गंभीर मानते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा आरोपी को 17 दिसंबर 2021 को सेवा से बर्खास्त किया गया है।
हैड कांस्टेबल प्रवीण गौदारा अपने निलंबन काल में साल 2020 में 234 दिन तथा साल 2021 में 300 से अधिक दिन निलंबन मुख्यालय बीकानेर से अपनी मर्जी से अनुपस्थित रहा। इस दौरान उसके खिलाफ 16 सीसीए के नोटिस भी जारी किए गए। लेकिन आरोपी हेड कांस्टेबल प्रवीण गौदारा ने इसकी जांच में भी कोई सहयोग नहीं किया। निलंबन मुख्यालय पर उपस्थित होने के लिए उसे विभाग ने 9 बार नोटिस भेजे। इनमें से 5 नोटिस उसे तामील भी करवाए गए। इसके बावजूद वह वापस अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुआ।
निलंबन काल के दौरान हेड कांस्टेबल गोदारा ने अनैतिक व आपराधिक गतिविधियों को नहीं छोड़ा। वह गंभीर रूप से शराब पीने का आदी बताया गया है। उसके आचरण को लेकर एसपी कार्यालय की ओर से 18 नवंबर 2021 को पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई। जवाहरनगर पुलिस की ओर से उसे 28 जुलाई को इसी कारण कार्यपालक मजिस्ट्रेट श्रींगगानगर के सामने पेश कर पाबंद करवाया गया था। वह 9 जनवरी 2021 से अनुपस्थित चल रहा था और महिला कांस्टेबल के रिश्तेदारों तक को धमकियां दे रहा था।

Load More Related Articles
Load More By alertbharat
Load More In बीकानेर
Comments are closed.