


बीकानेर। 14 साल बाद हाउसिंग बोर्ड की शिवबाड़ी आवासीय योजना मूर्त रूप लेने जा रही जिसमें शहरवासियों के लिए 1854 मकान बनाए जाएंगे। पहले चरण में 1000 मकानों के रजिस्ट्रेशन की तैयारी कर ली गई है जिन खातेदारों से जमीन अधिग्रहित की गई है, उन्हें जमीन के बदले 5788 और 90 बी कॉलोनी वालों को 737 भूखंड दिए जाएंगे । हाउसिंग बोर्ड ने वर्ष 2008 में शहर के नजदीक शिवबाड़ी और रिडमलसर सिपाहियान एरिया में जनता को मकान बनाकर देने की योजना बनाई और 143 खातेदारों से 571.874 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की थी सभी खातेदारों ने सरकार के नियमों का हवाला देते हुए जमीन का मुआवजा लेने की बजाय योजना में भूखंड मांग लिए, जिससे प्रक्रिया लंबी हो गई। अलग-अलग कैटेगरी के 7688 में से 5788 भूखंड खातेदारों को देना तय हो गया है। इनमें से करीब 4500 लोगों को पट्टा देने की स्वीकृति सरकार ने दे दी है। योजना बीच में 90 बी कॉलोनियां भी हैं, जिन्हें 737 भूखंड मिलेंगे। अब शिवबाड़ी में आमजन के लिए 1854 स्वतंत्र मकान बनाकर देने का निर्णय कर लिया गया है। योजना में कुल 11 सेक्टर होंगे। सेक्टर 6 से 11 तक में सडक़ों के लिए 8.72 करोड़ रुपए के वर्कऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। सेक्टर 1 से 5 तक के टेंडर रिकॉल किए जा रहे हैं , जिसकी एनआईटी जारी की गई है। योजना में पानी, बिजली सीवरेज की विस्तृत रिपोर्ट बनाई जा रही है।
81 खातेदारों को दिए पट्टे, कैंप भी लगेगा
शिवबाड़ी योजना में खातेदारों को जमीन के बदले जमीन दी जा रही है। हाउसिंग बोर्ड ने 143 में से 1169 खातेदारों के प्रकरण जयपुर भेजे थे, जिनमें से भूमि समझौता समिति ने 99 सरकार को भेज दिए। सरकार ने 79 स्वीकृत कर लिए हैं जिनमें करीब 4500 पट्टे दिए जाएंगे। हाउसिंग बोर्ड अब तक 81 को पट्टे दे भी चुका पट्टे देने और प्रकरणों के निस्तारण की प्रक्रिया के लिए पिछले दिनों शिवबाड़ी में कैंप भी लगाया गया। शिवबाड़ी आवासीय योजना में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जल्दी शुरू होगी। खातेदारों के शेष रहे मामले जल्दी से जल्दी कैंप लगाकर निपटाए जाएंगे। योजना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आमजन को आवास तो मिलेंगे ही, शहर और क्षेत्र का विकास भी होगा।