जन्म और मृत्यु के बीच का समय मूल्यवान : महात्मा शुभकरण

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बीकानेर। शरीर चला जाता है और यादें बरकार रहती हैं, इंसान के आने और जाने का समय निश्चित है लेकिन जन्म और मृत्यु के बीच का समय मूल्यवान है। ये शब्द सन्त निरंकारी मंडल मुख्यालय से आए केंद्रीय सेवादल के उपमुख्य संचालक महात्मा शुभकरण ने स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सत्संग की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। ज्ञातव्य है कि बीकानेर एवम चुरू जोन के क्षेत्रिय संचालक अशोक सक्सेना एवम सेवादल वाहन चालक सदस्य राकेश निरंकारी गत दिनों सड़क दुर्घटना में ब्रह्मलीन हो गए थे। बीकानेर जोन के अलावा चुरू, जोधपुर, गंगानगर, भिवानी, हनुमानगढ़, जयपुर और जम्मू कश्मीर जोन से बड़ी संख्या में आए संयोजक, मुखी, सेवादल के अधिकारी सदस्य एवम साधसंगत ने दिवंगत आत्माओं के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वक्ताओं की रचनाएं गीत संगीत व्याख्यान और कविताओं के माध्यम से आसक्ति निरासक्ति और अनासक्ति के भावों से विभोर करती रही। इश्क जिंदा रहेगा जिस्म मर जायेंगे पर तू सदा रहेगा भव्या सोनी की गायिकी और विनीत छाबड़ा का मंच संचालन काफी भावपूर्ण रहा। अन्त में बीकानेर की जोनल इंचार्ज बहन डा संध्या सक्सेना ने दोनो परिवारों को सांत्वना प्रदान करने की याचना के साथ आगंतुक संतो महात्माओं के प्रति आभार व्यक्त किया। सेवादल के अधिकारी कमलेंद्र मल्होत्रा, कर्मवीर धवन महिला विंग की इंचार्ज रमा छाबड़ा के मार्गदर्शन में सभी सेवादारों ने सेवाएं समर्पित की।

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