


बीकानेर, 27 जून: सेना से भगोड़ा हो चुका एक पूर्व क्लर्क सागर गुलेरिया ने खुद को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड (AGIF) का कैप्टन बताकर देशभर के 48 जवानों से लगभग 5 करोड़ रुपये की ठगी की है। आरोपी जवानों को लोन पर 60-70% सब्सिडी दिलाने का झांसा देकर उनके दस्तावेज, बैंक डिटेल और OTP हासिल करता था, और फिर लोन की राशि अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेता था।
बीकानेर में तैनात दो जवान — मोहित कुमार (पंजाब निवासी) और उनका साथी मृण्मय पांडा भी इस ठगी का शिकार हुए। दोनों को 14-14 लाख रुपये के लोन दिलवाए गए, लेकिन पूरी राशि सब्सिडी के नाम पर आरोपी के खाते में चली गई।
इस मामले की शिकायत 17 जून को बीकानेर के सदर थाने में की गई थी। पुलिस जांच के दौरान सागर गुलेरिया की पहचान हुई, जिसे पहले ही हरियाणा के पंचकूला से गिरफ्तार किया जा चुका था। उसे बीकानेर लाकर दो दिन की पुलिस रिमांड में पूछताछ की गई।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने कई राज्यों के जवानों को इसी तरह से ठगा है और लोन की राशि को शेयर बाजार में निवेश किया, जिसमें उसे भारी नुकसान हुआ। जांच में यह भी सामने आया कि सागर ने किसी भी जवान को 14 लाख से कम का लोन नहीं दिलवाया, और यह पूरा फर्जीवाड़ा पूर्व-योजित था।
सागर गुलेरिया के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। बीकानेर पुलिस ने उसे अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, हालांकि ठगी की गई राशि की बरामदगी अभी नहीं हो सकी है।