


बीकानेर। कोरोना के संकटकाल में जहां जीवन की डोर अटक सी गई है। सामान्य दिनों की तुलना अब हालात बदलते नजर आ रहे है। इसके बावजूद कुछ नन्हें बच्चें जिनके हौसले इस महामारी के बावजूद बुलंद है। जानकारी में रहे कि 6 वर्षीय आमना अजमेरी व 8 वर्षीय फैसल अजमेरी ने पहली बार रोजा रखा और देश में अमन चैन की दुआ मांगी।