






बीकानेर। टिड्डी नियंत्रण की योजना को लेकर कलक्टरी में आयोजित बैठक में मेगा योजना बनाई गई। जिसमें टिड्डी आगमन से पहले ही तैयारी करने और आगमन के समय समूल नष्ट करने का प्लान तैयार किया गया। बैठक में मौजूद रणनीतिकारों ने कहा कि यदि टिड्डी दल का आक्रमण होता है तो उन्हें सीमा पर ही 600 टै्रक्टर मय पावर स्प्रेयर पंप से नियंत्रित किया जाए। ट्रेक्टर व पम्प कम पड़े तो भामाशाहों का भी पावर स्प्रयेर पंप खरीदने में सहयोग लिया जाए। जिले में टिड्डी के आक्रमण की संभावना के मद्देनजर जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कृषि, राजस्व और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को समन्वय करते हुए सुदृढ़ सूचना तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए हैं। टिड्डियों को प्रथम आक्रमण के साथ ही समाप्त करने के लिए पहले से ही सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। जिले से सटी 167 कि.मी अंतरराष्ट्रीय सीमा को सीमा चैकियों के अनुसार अलग-अलग ब्लॉक में बांटकर प्रत्येक ब्लॉक हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्त कर सर्वे एंव नियंत्रण टीमों का गठन किया जाये। अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों व चकों में किसानों को जागरूक करने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में बीएसएफ से भी सहयोग लिया जाए। उपनिदेशक कृषि विभाग जगदीश पूनिया ने बताया कि सीमा क्षेत्रों में टिड्डी आगमन एवं नियंत्रण के लिए कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.) जिला परिषद् बीकानेर में नियंत्रण कक्ष (0151-2230140), कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.), सिचिंत क्षेत्र विकास, इगानप बीकानेर (0151-2226819) एवं टिड्डी नियंत्रण कार्यालय बीकानेर में भी नियंत्रण कक्ष (0151-2202022) स्थापित किया गया है।