






बीकानेर। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये रेलवे द्वारा अग्रिम रूप से एतिहात के तौर पर तैयारियां प्रारम्भ कर दी गई थी। इसी क्रम में मरीजों की बढती हुई संख्या को देखते हुये रेलवे कोच को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये आइसोलेशन कोच में परिवर्तित करने का कार्य किया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे पर 266 कोच को आइसोलेशन कोच में परिवर्तित किया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे पर अजमेर मण्डल पर 85, जयपुर मण्डल पर 48, जोधपुर मण्डल पर 83 तथा बीकानेर मण्डल पर 50 कोच को आइसोलेशन कोच में परिवर्तित किया गया। इन कोच मे बर्थ हटाना, टॉयलेट को परिवर्तित करना तथा अन्य परिवर्तन किये गये तथा आवश्यक सुविधाओं का प्रयोजन किया गया। दिल्ली सरकार की अनुसंशा पर रेलवे बोर्ड द्वारा आइसोलेशन कोच दिल्ली में उपलब्ध करवाये जा रहें हैं। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशानुसार उत्तर पश्चिम रेलवे से 150 आइसोलेशन कोच को दिल्ली भेजा जा रहा है। इन कोच में जहां पर आवश्यकता होगी वहां पर तापमान को देखते हुये रूफ आइसोलेशन के उपयुक्त इंतजाम किये जायेंगे। इसके साथ ही इन कोच में हाईजीन का विशेष ध्यान रखा जायेगा। दिल्ली में मरीजों की देखरेख के लिये उत्तर पश्चिम रेलवे से 150 कोच भेजे जाने शुरू हो गये है। रेलवे का प्रयास है कि राज्य सरकारों की आवश्यकतानुसार इन कोच को पहुंचाया जाये ताकि कोरोना संक्रमण के मरीजों को परेशानी न हो और उनकी बेहतर देखरेख की जा सकें। कोरोना वायरस के संक्रमण उत्पन्न स्थितियों में रेलवे द्वारा जनहित के अनेक कार्य किये, जिनमें आवश्यक सामग्री की आपूर्ति के लिये नियमित मालगाडियों व पार्सल स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन, प्रवासी श्रमिकों के लिये विभिन्न स्थानों के लिये श्रमिक स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन करना तथा यात्रियों व आमजन को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाना इत्यादि कार्य प्रमुखता के साथ किये जा रहे है। इसके अतिरिक्त आमजन को कोरोना के संक्रमण से जागरूक करने का कार्य भी रेलवे द्वारा किया जा रहा है। आमजन को राहत प्रदान करते हुये रेलवे द्वारा विभिन्न स्थानों के लिये स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर 12 स्पेशल रेलसेवाएं संचालित की जा रही है, जिनके संचालन पर सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है।