


बीकानेर। बीकानेर आरटीओ में दो साल पहले बने ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए बनाए गए ट्रैक का कांट्रेक्ट पूरा हो गया है। अब ड्राइविंग ट्रैक को ठेका फर्म के कर्मचारी नहीं बल्कि विभाग के कर्मचारी संभालेंगे। ड्राइविंग ट्रैक पर रोजाना 60-80 आवेदक परमानेंट लाइसेंस लेने के लिए टेस्ट देने आते हैं। इन आवेदकों का टेस्ट अब परिवहन निरीक्षक व उप परिवहन निरीक्षक लेंगे।
मैसर्स स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड की कांट्रेक्ट अवधि पूरी होने के बाद परिवहन मुख्यालय ने विभाग स्तर पर ट्रैक को संभालने संबंधित आदेश जारी कर दिए हैं। अब आरटीओ/डीटीओ को सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और ट्रैक आदि की टेस्टिंग कर कमियों को वेंडर से दूर करवाएंगे।
हैंडओवर की कार्यवाही पूरी कर कांट्रेक्ट मॉनीटरिंग कमेटी को सूचित किया जाएगा। परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा आयुक्त कन्हैयालाल स्वामी के आदेश के मुताबिक ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक संचालन के लिए प्रोग्रामर, सहायक प्रोग्रामर, निरीक्षक, उप निरीक्षक, सूचना सहायक और गार्ड लगाने होंगे। इतना ही नहीं जब तक कोई तकनीकी प्रावधान उपलब्ध न हो।
वेंडर की ओर से निर्मित सॉफ्टवेयर एवं अधिस्थापित हार्डवेयर में ही ट्रॉयल करवाने को कहा है। साथ ही नए उपकरण क्रय संबंधी कार्यवाही शुरू कर मुख्यालय को अनुमानित लागत सहित बजट प्रावधान के प्रस्ताव भेजने के लिए कहा है। यह खरीदारी आरटीओ/डीटीओ स्तपर ही की जाएगी। साथ ही डिफेक्टिव और नॉन वर्किंग कंडीशन में ट्रैक को हैंडओवर/टेकओवर नहीं करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में फर्म ने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाया था, जिनका कांट्रेक्ट अगस्त तक कंप्लीट हो जाएगा।