


बीकानेर। नहरी पानी की चोरी की बड़ी समस्या से निजात पाने के लिए अब संभाग के हनुमानगढ़ जिले में शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है। इस संबंध में हनुमानगढ़ के अतिरिक्त कलक्टर ने अजीब आदेश जारी कर दिए है। टीचर्स अब देर रात भी नहर से पानी चोरी करने वालों का काम करेंगे। प्रशासन आमतौर पर इसके लिए पुलिस गश्त की व्यवस्था करता है लेकिन जिले में इस काम मे लिए अब टीचर्स को ही जिम्मेदारी दे दी गई है। आलम यह है कि चॉक और डस्टर के साथ ब्लैक बोर्ड पर बच्चों को ज्ञान देने वाले शिक्षक इससे परेशान भी है। उनका कहना है कि अगर पानी चोरी के लिए उन्हें देर रात नहरों पर जाना पड़ा तो क्या होगा। इस इलाके में काफी समय से शिक्षकों को ही पानी चोरी रोकने की जिम्मेदारी दी हुई है। इस काम के लिए अभी एसीबीईओ तथा सीबीईओ स्तर के अधिकारियों को लगाया है। शिक्षा विभाग के ये अधिकारी भी मूल रूप से शिक्षक ही हैं लेकिन लंबे समय से इन्हें ही सिंचाई विभाग के दस्ते के साथ यह जिम्मेदारी दी हुई है। अभी इकतीस अगस्त को डीएलएड की परीक्षा के चलते कुछ प्रिंसिपलों को भी यह जिम्मेदारी दे दी गई है। ऐसे में ये शिक्षक परेशान हैं। उनका कहना है कि वे इन विपरीत परिस्थितयों का सामना कैसे कर पाएंगे।
यह लिखा है आदेश में
इस संबंध में जारी आदेश में सीबीईओ ओमपालसिंह के स्थान पर अजीतपुरा के गवर्नमेंट सीनियर सैकंडरी स्कूल के प्रिंसिपल चानणराम, रावतसर के एबीईओ मुकेश कुमार सोनी के स्थान पर हंसराज सबलानिया, पीलीबंगा सीबीईओ कृष्णलाल सिहाग के स्थान पर छानीबड़ी के प्रिंसिपल अशोक कुमार आर्य, रावतसर के एसीबीईओ चैनसिंह के स्थान पर ढीलकी के प्रिंसिपल मानसिंह डांगी, हनुमानगढ़ के सीबीईओ सुखमहेंद्रसिंह के स्थान पर जिगासरी बड़ी के प्रिंसिपल हवासिंह, भादरा के एसीबीओ रतनलाल इंदलिया के स्थान पर गोगामेड़ी के प्रिंसिपल विश्वमोहन, नोहर के एसीबीईओ मनोज कुमार के स्थान पर मंदरपुरा के प्रिंसिपल कुलदीपसिंह कस्वां को लगाया गया है।
प्रिंसिपल के आदेश करेंगे निरस्त, अधिकारियों की ड्यूटी रहेगी यथावत
इस बारे में जिला कलक्टर नथमल डिडेल का कहना है कि नोहर इलाके की रासलाना वितरिका में पानी चोरी रोकने के लिए नहरी विभाग के दस्ते के साथ शिक्षा विभाग के ब्लॉक या जिला स्तरीय अधिकारी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जानकारी में आया है कि शुक्रवार को एडीएम ने प्रिंसिपलों को ब्लॉक अथवा जिला स्तरीय अधिकारियों के स्थान पर पानी चोरी रोकने के लिए लगा दिया है। प्रिंसिपल के आदेश शीघ्र निरस्त कर दिए जाएंगे लेकिन जिला अथवा ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी यथावत रहेगी।