


बीकानेर। गोगागेट माली समाज भवन में मूल ओबीसी को लेकर के एक विशेष बैठक रखी गई। जिसमें मूल ओबीसी समाज के गणमान्यजन उपस्थित हुए और यह निर्णय हुआ की देश के अंदर सबसे पिछड़ी भी कोई कौम है तो उसका नाम मूल ओबीसी है। हम राजनीति में, शिक्षा सहित हर क्षेत्र में बहुत पिछड़े हुए हैं। इस महत्वपूर्ण बैठक में मूल ओबीसी के सभी जातियों के और सभी राजनीतिक पार्टियों के लोग उपस्थित हुए। मिलन गहलोत ने बताया कि किसी भी वर्ग का शोषण शिक्षा के अभाव के कारण होता है, समझ के अभाव के कारण होता है तो हमें सभी लोगों को शिक्षित कैसे हो इस पर विचार करना चाहिए और मूल ओबीसी की तरफ से पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जाना चाहिए। जिसमें जाति आधारित जनगणना हो और हमें संख्या के अनुपात में आरक्षण मिले। इसी क्रम में कार्यक्रम से जुड़े मुकेश बन ने बताया कि हम इसके लिए निरंतर प्रयास करेंगे। वार्ड- वार्ड में जाकर के और एक विशाल आंदोलन खड़ा करेंगे। भंवरलाल बडगूजर ने बताया कि प्रदेश में पहली बार लग रहा है ओबीसी की भी सुनवाई हो रही है और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जाति आधारित जनगणना की बात कहीं भी है। इसके लिए हमें सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। कुम्हार महासभा के अध्यक्ष रामलाल प्रजापत ने कहा कि इस आंदोलन के लिए हम तन मन धन से तैयार हैं। मुकेश कुमार सेन ने कहा कि यह पीड़ा हमारी बरसों से है और इसमें हम एकजुट होकर के सभी सहयोग के लिए तैयार हैं। एडवोकेट बजरंग छीपा ने कहा कि शिक्षा और नौकरियों के नाम पर हमारे साथ बहुत बड़ा छलावा हो रहा है। केंद्र सरकार जो नौकरियां निकाल रही है बड़े स्तर पर उसमें ओबीसी एससी एसटी के लिए कोई जगह नहीं है। बोलने वाले वक्ताओं में राजेंद्र तंवर, मेघराज टाक, देवकिशन गहलोत श्याम कुमार तंवर, हेमंत कच्छावा, दीपक यादव, राम लाल वर्मा, मूलचंद जांगिड़, अशोक कुमार कच्छावा,पवन भारती, कैलाश गहलोत, बंशीलाल तंवर, अशोक तंवर, कंचन भाटी, डॉ रमेश पुरी आदि लोगों ने अपने विचार रखे।