


बीकानेर। यूसीईटी अशैक्षणिक कर्मचारी संघ ने कार्मिकों के पारिश्रमिक में काटे जाने वाले पी.एफ की असंवैधानिक कटौती (नियोक्ता एवं कार्मिक) दोनों साईड कर्मचारी के वेतन से ही की जा रही है। इसको लेकर संघ की ओर से बीकानेर तकनीकि विश्वविद्यालय कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से महाविद्यालय के कर्मचारियों ने बताया की यूसीईटी माहविद्यालय ईसीबी महाविद्यालय, सोसायटी के अधीन संचालित संस्थान था। ईसीबी सोसायटी की स्थपना सोसायटी के अन्तर्गत की गई और इसके संचालन हेतु बोर्ड का गठन किया गया था। महाविद्यालय में नियमित भर्ती से लेकर वित्त आदि के सभी छोटे बडे निर्णय बोर्ड ऑफ गॉवमेंस बीओजी में लिये जाते रहे थे। महाविद्यालय के अशैक्षणिक कार्मिकों का वेतन निर्धारण करने के उपरांत पी.एफ. की राशि जो की एक तरफ का संस्थान द्वारा दिया जाना था वह भी कार्मिक के पारिश्रमिक से काटा जाने और कार्मिक का हिस्सा एवं संस्थान का हिस्सा दोनो ही पी.एफ. की राषि कार्मिक के वेतन से ही काटी जाने लगी जो श्रम कानूनो के विरुद्ध है। और अषैक्षणिक कार्मिको के अनुबंध में भी श्रम कानूनो के नियमानुसार पी.एफ. काटे जाने का लिखा गया है। बीकानेर तकनीकी विष्वविद्यालय, बीकानेर एवं संघटक महाविद्यालय यूसीईटी के संविदा/प्लेसमेंट कार्मिको के पारिश्रमिक वृद्धि का प्रस्ताव माननीय विधायक जगदीश चन्द्र जांगिड़ द्वारा तृतीय बोम की बैठक में टेबल एजेण्डे में रखवाया गया था। उक्त प्रस्ताव पर चतुर्थ बोम मीटीग में भी विचार किया गया था, लेकिन किसी भी प्रकार कोई निर्णय नहीं लिया गया। अत: उक्त प्रस्ताव को आगामी होने वाली छठी बोम बैठक के मुख्य एजेण्डे में रखते हुए, इसे कार्मिको के हित में पारित करवाते हुए वेतन बढोतरी किये जाने का निवेदन किया गया। ज्ञापन देने में महाविद्यालय के कर्मचारी रमेश उपाध्याय, मुकेष कालेर, धीरेन्द्र चौधरी, भरत शर्मा, विनोद पुरोहित, मदन पुष्करणा, लोकष चौधरी, किशन शर्मा, के.सी. ओझा, अभिषेक पुरोहित आदि मौजूद रहे।