


बीकानेर। आईसीडीएस महिला पर्यवेक्षक भर्ती में सफल रही महिला अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग को लेकर आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं कलक्टरी में प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से 50 प्रतिशत कोटे के तहत 320 पदों पर भर्ती हेतु मंत्रालयिक चयन बोर्ड ने 1 अक्टूबर 2018 को विज्ञापन जारी किया था। 3 मार्च 2019 को परीक्षा आयोजित की गई। 22 जुलाई 2019 को परीक्षा परिणाम जारी किया गया। 7 से 9 अगस्त 2019 तक दस्तावेज सत्यापन किया गया। कुछ महिला अभ्यर्थियों द्वारा जोधपुर हाईकोर्ट में वाद दायर कर दिया। जिसमें उनका आरोप था कि ये परीक्षा पाठ्यक्रम व स्कीम के अनुसार नहीं हुई, प्रश्रों के अंकों की गणना पर भी विवाद प्रकट किया। उसके बाद जोधपुर हाईकोर्ट के निर्देशानुसार बोर्ड द्वारा पुन: 16 जनवरी 2020 को परीक्षा परिणाम की संशोधित सूची जारी की गई। ज्ञापन में बताया कि संशोधित परीक्षा परिणाम सूची जारी करने से कुछ महिला अभ्यर्थी जो प्रथम सूची में उर्तीण थी परंतु इस संशोधित सूची से बाहर हो गई। उन बाहर हुई महिला अभ्यर्थियों ने जयपुर हाईकोर्ट में वाद दायर कर स्थगन ले लिया जो कि हाईकोर्ट में लंबित व विचाराधीन है। ज्ञापन में बताया कि कुछ महिला अभ्यर्थी ऐसी है जो दोनों ही सूची में उत्तीर्ण रही, उनका इंतजार समाप्त होना चाहिए। इसलिए इस विवाद में सरकार द्वारा विशेष पैरवी करायी जाकर यथोचित निर्णय कराया जाए ताकि उम्रदराज हो रही अभ्यर्थियों को समय रहते नियुक्ति मिल जाए। ज्ञापन देने वाली महिला अभ्यर्थियों में शहनाज परवीन, आशा पुरोहित, रेखा उपाध्याय, पुष्पा मेघवाल, बिन्दु नायक, तारा पंवार, सीमा इंदा आदि शामिल थे।