


बीकानेर। कोरोनाकाल के दौरान हाईपो मास्क, ग्लब्ज, फैस शील्ड, हैड केप, प्रिवेन्ट्यू किट, हैण्ड सैनेटाईजर फील्ड स्टाफ के लिए एवं थर्मल स्केनर का इस्तेमाल कर रोडवेज बसों का संचालन किया जा रहा है जिससे यात्रियों को रोडवेज सुरक्षित कोरोना फ्री सफर का दावा कर रहा है। इसको लेकर टिकट खिड़की से लेकर सफर की समाप्ति तक नियमों को ध्यान में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम सेवाएं दे रहा है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम लिमिटेड अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक नवीन जैन ने बताया कि रोडवेज कर्मचारियों को संक्रमण मुक्त बस व यात्रा उपलब्ध कराने के लिये विशेष तौर पर नियुक्त किया गया जिनके द्वारा स्वयं की सुरक्षा के साथ-साथ बस व बस स्टेण्ड सेनेटाईज करना तथा यात्रियों/लोगो की यात्रा से पूर्व थर्मल स्केनर से तापमान की जांच लगातार की जा रही है।
प्रत्येक डिपो को दी गई ये सुविधायें
जैन ने यह भी बताया कि कोरोना संक्रमण मुक्त बस सेवा उपलब्ध कराने के लिये सभी आगारों व बस स्टेण्डो के लिये 30 हजार लीटर हाईपो क्लोराईड सल्यूशन (10/5 ) प्रतिशत, 600 थर्मल स्केनर यात्रियों की जांच के लिये तथा रोडवेज के फील्ड स्टाफ को 60 हजार मास्क व 50 हजार हैड केप केश डील करने वाले स्टाफ के लिये 37 हजार ग्लब्ज बुकिंग वीण्डो व थर्मल स्केनिंग करने वाले स्टाफ के लिये 4 हजार फेस शील्ड और पर्याप्त मात्रा में हैण्ड सेनेटाईजर खरीद कर 100-100 एमएल की बोटल्स में आसानी से ले जाने के लिये स्टाफ को उपलब्ध कराया गया। इसमें ज्यादातर सामान विभिन्न बैंकों, समाज सेवियों तथा एचपीसीएल के माध्यम से प्राप्त किया गया है। इन सब संसाधनो के इस्तेमाल हेतु वीडियों बनाने तथा विस्तृत परिपत्र जारी करने जैसे कदम भी उठाये गये है।
इतने प्रवासी श्रमिकों ने उठाया लाभ
उल्लेखनीय है कि राजस्थान रोडवेज द्वारा 4.81 लाख प्रवासी श्रमिकों प्रवासी राजस्थानियों तथा छात्र छात्राओं को राजस्थान से बाहर तथा राजस्थान की सीमा के अन्दर जिलो तक उनके घर एवं मोक्ष कलश बस से लगभग 9 हजार लागो को हरिद्वार व हरिद्वार से वापिस लाया गया। 3 जून से बस सेवा शरू कर लगभग 4.21 लाख यात्रियों को कोरोना संक्रमण मुक्त बस सेवा उपलब्ध करायी गई है तथा रोडवेज प्रबन्धन लगातार कोरोना संक्रमण मुक्त बस सेवा उपलब्ध करवाने के लिये प्रयासरत है।
बीकानेर डिपो मुख्य प्रबंधक इन्द्रा गोदारा ने बताया कि राज्य सरकार की गाईडलाइन के मुताबिक रोडवेज की बसों का संचालन किया गया। चालक-परिचालक व यात्रियों की सफर से पूर्व स्क्रीनिंग एवं जांच के बाद ही बसों में सफर करने दिया जा रहा है। सफर के दौरान सैनेटाईजर का इस्तेमाल एवं मास्क की अनिवार्यता को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।