


बीकानेर। कभी मुस्कुराते चेहरे के साथ ड्यूटी पर खड़ा रहने वाला कांस्टेबल गंगाधर कड़वासरा अब सिर्फ यादों में रह गया है। नापासर थाना इन दिनों गहरे शोक में डूबा हुआ है। साथी पुलिसकर्मी स्तब्ध हैं, आंखें नम हैं — क्योंकि उनका एक कर्मठ, युवा और मिलनसार साथी अब इस दुनिया में नहीं रहा।
रविवार सुबह करीब 5.30 बजे ड्यूटी के दौरान गंगाधर अचानक थाना परिसर के शौचालय के पास गिर पड़े और बेहोश हो गए। थानाधिकारी लक्ष्मण सुथार, एचएम गोकुलचंद मीणा व अन्य पुलिसकर्मियों ने तुरंत उन्हें नापासर अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर उन्हें बीकानेर ट्रॉमा सेंटर और फिर जयपुर रेफर किया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद सोमवार तड़के 1 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
33 वर्षीय गंगाधर, सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ तहसील के भावजी की ढाणी के मूल निवासी थे। वे पिछले तीन वर्षों से नापासर थाने में कार्यरत थे। अपने व्यवहार, सदैव मुस्कुराते चेहरे और कर्तव्यनिष्ठा के चलते वे सभी के प्रिय थे। उनका परिवार नापासर में ही रहता था, हालांकि हाल ही में उनके बच्चे गर्मी की छुट्टियों में गांव गए हुए थे।