


बीकानेर। राज्य सरकार के प्राईमरी स्कूलों को बन्द रखने के आदेशों के बावजूद जिले भर में प्राईवेट निजी स्कूलों में बालको को बुलाया जा रहा है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैली निजी शिक्षण संस्थानों में पढाई शुरू है, वहा से नन्हें बालक दूसरी लहर की चपेट मे आने की सम्भावना से इन्कार नही किया जा सकता
शिक्षा अधिकारियों द्वारा निजी स्कूले खुली होने एवं शिकायत होने पर भी नही कर रही है ठोस कार्यवाई, जिससे निजी स्कूलों के संचालको के होसले बुलन्द हो रहे है । शहर के नत्थुसर गेट, गोपेश्वर बस्ती, छबीली घाटी, ऐसी कई स्कूले जो निरंतर छोटे बच्चों को स्कूल बुला रहे है। राजस्थान के अलावा कई राज्यों ने स्कूलों को पुन: बन्द कर दिऐ है लेकिन राजस्थान में प्राथमिक विद्यालयों और कक्षा 1 से 8 वीं तक और 1 से 10 वी तक के निजी विद्यालयों में कक्षा 5 तक के छात्र छात्राओं को विधालय बुलाना मौत के मुह में धकेलने के बराबर साबित हो सकता है। सरकार के नुमाइंदे ऑख मुंदे देख रहे है, *अत: राज्य सरकार को समय रहते सख्त कार्यवाही करे। और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को भी अभिभावकों से सहमति लेकर, नियमित कक्षाएं बंद की जावे, अभी तक कक्षा 6 से 8 तक के छात्र, बिना अभिभावकों की लिखित सहमति के विधालय आ रहे है